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आरजी कर हॉस्पीटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की बढ़ी मुश्किलें, बंगाल सरकार ने जांच के लिए गठित की SIT

आर जी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल

West Bengal Doctor Rape-Murder Case ने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में Sandeep Ghosh के कार्यकाल के दौरान वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन की घोषणा की है. यह कदम केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा चल रही जांच के बीच उठाया गया है. प्रिंसिपल के पद से इस्तीफा देने वाले घोष फिलहाल छुट्टी पर हैं. 

Written by Satyam Kumar |Published : August 20, 2024 10:59 AM IST

पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार शाम को राज्य द्वारा संचालित आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की घोषणा की, जो 2021 से चल रहा है, जब यह 'विवादास्पद' प्रिंसिपल संदीप घोष की देखरेख में था, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में अस्पताल परिसर में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के कुछ दिनों बाद पद छोड़ दिया था.

प्रिंसिपल संदीप घोष के कार्यकाल में हुए वित्तीय अनियमितताएं के खिलाफ होगी जांच, बंगाल सरकार ने गठित की SIT

राज्य सरकार के सूत्रों के अनुसार, एसआईटी का नेतृत्व महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) प्रणब कुमार करेंगे, जिनकी सहायता मुर्शिदाबाद रेंज के उप महानिरीक्षक सैयद वकार रजा, आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के डीआईजी सोमा मित्रा दास और कोलकाता पुलिस की उप आयुक्त (केंद्रीय प्रभाग) इंदिरा मुखर्जी करेंगी.

IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के गृह विभाग ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि एसआईटी का गठन "जनवरी 2021 से लेकर अब तक आर.जी. कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच/जांच करने के लिए किया गया है. एसआईटी का गठन ऐसे समय में किया गया है, जब पिछले चार दिनों से आर.जी. कर मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) घोष से पूछताछ कर रही है।

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सीपीआई(एम) के राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास रंजन भट्टाचार्य ने दावा किया कि एसआईटी का गठन इसलिए किया गया है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से पूछताछ के दौरान घोष ने सीबीआई के सामने कई राज उजागर किए होंगे.

कलकत्ता हाईकोर्ट ने खारिज की प्रिंसिपल की सुरक्षा मांग वाली याचिका

इससे पहले सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने घोष द्वारा पुलिस सुरक्षा की मांग वाली याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी थी. सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि मामले में सभी संबंधित पक्षों के बीच हलफनामे प्रस्तुत करने और आदान-प्रदान का काम अभी पूरा नहीं हुआ है. घोष फिलहाल छुट्टी पर हैं, क्योंकि पिछले सप्ताह कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया था कि घोष को अगले आदेश तक राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज का प्रमुख नियुक्त न किया जाए. घोष ने पिछले सोमवार को आर.जी. कर के प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया था. घोष को कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (सीएनएमसीएच) का प्रिंसिपल नियुक्त किया गया, जिसके बाद सीएनएमसीएच के मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। घोष ने पिछले सोमवार को आर.जी. कर के प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया था। घोष ने नैतिक जिम्मेदारी का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था.