Former Justice Rohit Arya Join BJP: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस रोहित आर्य ने बीते दिन भाजपा में शामिल हो गए है. भाजपा के मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा ने पूर्व जस्टिस रोहित आर्य को पार्टी में शामिल किया. मौके पर जस्टिस ने राजनीति में शामिल होने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वे सार्वजनिक में बने रहकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं. पूर्व जस्टिस ने भाजपा में शामिल होने पर भी अपनी पक्ष रखा. उन्होंने बताया कि पार्टी के सदस्यों ने उन्हें जुड़ने का न्यौता दिया जिसे उन्होंने मना नहीं किया.
रोहित आर्य ने अपनी कानून क्षेत्र में वकालत से शुरूआत की थी. 1984 में वकालत की प्रैक्टिस शुरू की थी, उसके बाद 2003 में वे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के सीनियर वकील बनाए गए. साल 2013 में वे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में जज के तौर पर नियुक्त किए गए. 2015 में उन्हें परमानेंट जज बना दिया गया. जस्टिस रोहित आर्य 27 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत हुए हैं.
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से सेवानिवृत हुए जस्टिस रोहित आर्य अपने कार्यकाल के दौरान अपने फैसले को काफी चर्चा में रहे. उदाहरण के तौर पर, 2021 में मुनव्वर फारूकी और नलिन यादव से जुड़े 'जमानत' के मामले में अपने फैसले से काफी चर्चा में रहे.उन्होंने कॉमेडियन को सद्भाव व भाईचारे बढ़ाने के संवैधानिक कर्तव्य को ध्यान में रखने को कहा. जस्टिस ने टिप्पणी के साथ आरोपियों को जमानत देने से इंकार कर दिया. हालांकि इसी मामले में मुनव्वर फारूकी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
साल 2020 में भी पूर्व जस्टिस रोहित आर्य चर्चा में रहे. जब उन्होंने महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के मामले में आरोपी व्यक्ति को जमानत पीड़िता से राखी बंधवाने के शर्त पर दी थी. फैसले को लेकर आम जनमानस में खूब हो-हल्ला हुआ. बात बढ़ने पर सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को बदल दिया. साथ ही महिलाओं से जुड़े मामलों में जमानत याचिकाओं पर फैसला सुनाने के लिए अदालतों के लिए दिशानिर्देश जारी की.
अब सेवानिवृति के बाद मध्य प्रदेश के जस्टिस रोहित आर्य ने बीजेपी ज्वाइन की है. यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका राजनीतिक करियर कैसा रहेगा...