Sanatan Dharma Row: उदयनिधि स्टालिन ने सुप्रीम कोर्ट से देश के विभिन्न हिस्सों - मसलन यूपी, महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगलोर, पटना, जम्मू में दर्ज FIR को साथ जोड़े जाने की मांग की है. उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं. सितंबर 2023 में, उदयनिधि स्टालिन के एक बयान के बाद उनके खिलाफ देश भर में एफआईआर होनी शुरू हो गई थी, बयान में मुख्यमंत्री के बेटे ने कहा था कि डेंगू, मलेरिया की तरह सनातन धर्म को खत्म करना जरूरी है. इसी मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने FIR को एकसाथ करने की मांग का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में कोई सर कलम करने की धमकी नहीं देता, हिंसा नहीं करता है, इसलिए कोई यह सोचे कि वह इस तरह का दे सकता है तो अनुचित है. जरा सोचिए अगर किसी सीएम ने यह कह दिया होता कि इस्लाम को खत्म करना जरूरी है, तो सोचिए अब तक क्या हो गया होता...
महाराष्ट्र सरकार की कर से पेश हो रहे SG तुषार मेहता ने यह दलील जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने दी. जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक बयान के चलते कई राज्यों में FIR का सामना कर रहे उदयनिधि स्टालिन की याचिका पर सुनवाई कर रही थी.
सनातन धर्म के उन्मूलन' को लेकर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान पर सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने सख्त आपत्ति जाहिर की है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश SG तुषार मेहता ने कहा कि इस कार्यक्रम का विषयही 'सनातन धर्म के उन्मूलन' को लेकर था. सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि स्टालिन ने बयान दिया कि कोरोना, मच्छर की तरह सनातन धर्म को खत्म करना ज़रूरी है. जरा सोचिए, अगर किसी दूसरे राज्य के सीएम ने ऐसा बयान दिया होता कि इस्लाम को खत्म करना है तो क्या होता. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि हिंदू समुदाय सर कलम की धमकी न नहीं देता, हिंसा नहीं करता तो इसी तरह का बयान नहीं दिया जा सकता.
दरसल उदयनिधि स्टालिन का ये बयान सितंबर 2023 का है. तमिलनाडु में एक कार्यक्रम में कुछ लोगों को संबोधित करते हुए स्टालिन ने कहा था कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिनका विरोध करना काफी नहीं होता है. हमें उन्हें पूरी तरह से खत्म करना होता है. उन्होंने आगे कहा था 'मच्छर, डेंगू, मलेरिया, कोरोना कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका हम केवल विरोध नहीं जता सकते हैं, बल्कि हमें इन्हें हमेशा के लिए मिटाना होगा. सनातन भी ऐसा ही है.' इस बयान में उन्होंने सनातन धर्म को सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ बताया था.
(खबर जी मीडिया की रिपोर्ट से है)