नई दिल्ली: साइबर क्राइम के मामले बहुत बढ़ गए हैं। आपको बता दें कि हाल ही में हुए एक बड़े साइबर क्राइम के मामले में अपराधी को यमुनानगर जिला कोर्ट (Yamunanagar District Court) को पेश किया गया जहां उसे पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया गया।
आपको बता दें कि बिहार के कटिहार जिले में एक बहुत बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा हुआ है जिसके चलते 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। यमुनानगर के एसपी मोहित हांडा ने यह बताया कि इनमें से एक आरोपी, नीतीश की ट्रांसिट वॉरेंट के जरिए यमुनानगर जिला कोर्ट में पेशी हुई जिसके बाद उसे अदालत ने सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया।
एक जॉइन्ट ऑपरेशन में, हरियाणा और बिहार की स्टेट पुलिस टीमों ने साइबर फ्रॉड्स्टर्स के रैकेट का भंडाफोड़ किया। बता दें कि पुलिस ने 12 आरोपियों को 30 मोबाइल फोन्स और आठ लैपटॉप्स के साथ गिरफ्तार किया जिनका इस्तेमाल फ्रॉड करने के लिए किया गया था। यह फ्रॉड बिहार के कटिहार जिले में किया जा रहा था।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी मोहित हांडा ने यह बताया था कि सावनपुर कालोनी, यमुनानगर में रहने वाली प्रीति जौहर के साथ इन आरोपियों ने 4.45 लाख रुपये का फ्रॉड किया था। प्रीति ने यमुनानगर के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने बताया था कि आरोपियों ने 'ब्लू डार्ट कोरियर कंपनी' के कर्मचारी बनकर प्रीति से लाखों रुपये चुरा लिए।
दरअसल हरिद्वार से प्रीति का एक कोरियर आना था जिससे पहले उन्हें कोरियर कंपनी से एक फोन आया, जिसने कोरियर ट्रैकिंग आइडेंटिटी को वेरफाइ भी किया और फिर प्रीति से पांच रुपये मांगे; जो उन्होंने यूपीआई (UPI) के जरिए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद छह अलग ट्रांजैक्शन्स के जरिए उनके अकाउंट से 4.45 लाख रुपये निकल गए।