हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन के खिलाफ हुए रेप केस मामले में ट्रायल कोर्ट का फैसला बरकरार रखते हुए महिला की पुनरीक्षण याचिका (Revision Petition) खारिज कर दी है. दिल्ली हाईकोर्ट ने एडिशनल मजिस्ट्रेट के कैंसिलेशन रिपोर्ट (Cancellation Report) को स्वीकृति देने के फैसले को बरकरार रखा है जिसे शिकायतकर्ता महिला ने चुनौती दी थी. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने मामले को रद्द करने के लिए अदालत के सामने कैंसिलेशन रिपोर्ट दायर की थी जिसे एडिशनल मजिस्ट्रेट ने स्वीकार कर लिया था. आइये जानते हैं पूरा मामला....
"दोषी साबित होने तक निर्दोष' और 'उचित संदेह से परे अपराध स्थापित करने' के कठोर मानक हमारे आपराधिक न्याय प्रशासन का मूलभूत सिद्धांत हैं. दोषी व्यक्तियों को दोषमुक्त करना, हालांकि खेदजनक है, लेकिन निर्दोष को दोषी ठहराने की भयावहता की तुलना में कम बुरा है. जब न्याय के नाजुक तराजू को अत्यंत सावधानी से झुकाया जाता है, तो 'सुरक्षा' हमेशा 'दंड' से अधिक वजनदार होता है."
"वर्तमान मामले में, जांच के दौरान एकत्र वैज्ञानिक साक्ष्य, जिसके अनुसार कथित घटना की तारीख को बीजेपी नेता और शिकायतकर्ता को कथित घटना के स्थान यानी शर्मा फार्महाउस पर उपस्थिति के दावे को पूरी तरह से खारिज किया जाता है, जिससे कथित अपराध के होने की संभावना शून्य हो जाती है. इसलिए, कैंसिलेशन रिपोर्ट को स्वीकार करने में एडिशनल जज के फैसले को बरकरार रखा जाना चाहिए."
शिकायतकर्ता (महिला) व याचिकार्ता ने बीजेपी नेता सैयद शाहनवाज पर बेहोशी की हालत में बलात्कार करने का आरोप लगाया था. उसने अपनी याचिका में दावा किया कि 12.04.2018 को दिल्ली में भाजपा के धरने के दौरान सैयद शाहनवाज हुसैन से एक कॉल आया जिसमें उसे बीजेपी नेता से मिलने के लिए बुलाया गया और वहां पहुंचने पर बीजेपी नेता उसे अपने फॉर्म हाउस पर ले गए, जहां उसे नशीला पदार्थ मिला कोल्ड ड्रिंक्स पीने को दिया गया. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वे ड्रिंक पीने के बाद बेहोस हो गई. तब बीजेपी नेता ने इसका फायदा उठाते हुए उसके साथ बलात्कार किया. साथ ही उसे ब्लैकमेल करने के लिए इस कृत्यों का वीडियो भी बनाया. शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसने शिकायत करने के लिए 100 और 112 नंबर पर भी कॉल किया था लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला. बाद में उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद मामले में FIR दर्ज की गई.
वहीं, अक्टूबर 2023 में मजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने कैंसिलेशन रिपोर्ट दर्ज की. अदालतन ने कैंसिलेशन रिपोर्ट को स्वीकार करने की जगह बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन को समन जारी किया. बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन जारी समन के खिलाफ एजिशनल मजिस्ट्रेट के पास पहुंचे. एडिशनल मजिस्ट्रेट ने समन को स्वीकार करते हुए मजिस्ट्रेट के फैसले पर रोक लगाई. साथ ही पुलिस की कैंसिलेशन रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया.
शिकायतकर्ता ने दिल्ली हाईकोर्ट में एडिशनल मजिस्ट्रेट के फैसले को पुनरीक्षण याचिका के जरिए चुनौती दी थी जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है.