नई दिल्ली: मेइटी-नैस्कॉम सेंटर फॉर एक्सिलेंस की साझेदारी के तहत आने वाले स्टार्टअप द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी से वेदांता समूह लाभ उठाएगा, ऐसी जानकारी एक संयुक्त बयान द्वारा सोमवार को दी गई.
न्यूज़ एजेंसी भाषा के अनुसार, वेदांता समूह के कार्यक्रम ‘वेदांता स्पार्क’ ने डिजिटल प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में नवोन्मेषण को अपनाने में तेजी लाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइटी) और नैस्कॉम सेंटर फॉर एक्सिलेंस (सीओई) के साथ गठजोड़ किया है.
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की गैर-कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने एक बयान में कहा, ‘‘नैस्कॉम सीओई के साथ वेदांता के जुड़ाव से हमारे अनोखे परिवेश में स्टार्टअप को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और विकसित करने का अवसर मिलेगा."
प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा वेदांता की "स्पार्क हमारे परिचालन में मूल्यवर्धन के लिए तत्पर है. इसका मुख्य लक्ष्य समाधान खोजने के लिए ऐसी अभिनव प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है, जो पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक स्थिरता में दीर्घकालिक योगदान कर सकें.’’
गौरतलब है कि वेदांत स्पार्क कार्यक्रम का मकसद वेदांता समूह की कंपनियों के साथ स्टार्टअप को जोड़ना है और अभी तक 120 से अधिक परियोजनाओं के लिए 80 स्टार्टअप को शामिल किया जा चुका है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस भागीदारी से वेदांता समूह के कामकाज में कृत्रिम मेधा (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर), वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा.