NEET UG Paper Leak 2024: सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में मामले को 18 जुलाई तक स्थगित किया था. 18 जुलाई कल है नीट पेपर लीक से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई होनी है. 30 से अधिक इन याचिकाओं में नीट यूजी की परीक्षा को रद्द करने और नीट री-एग्जाम कराने की मांग की गई है.
दोबारा से परीक्षा कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी मंशा जाहिर की है. सुप्रीम कोर्ट ने प्रश्न पत्र लीक की व्यापकता के आधार पर इसका फैसला करने का निर्णय लिया है. केन्द्र, सीबीआई और NTA ने हलफनामा के माध्यम से अपना पक्ष रखा है. केन्द्र लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग का विरोध कर रही है. NTA ने दावा किया कि प्रश्न पत्र के परीक्षा से पहले बाहर आने का कोई व्यापक असर नहीं है. सीबीआई जो पेपर लीक मामले में संलिप्त आरोपियों की लगातार धड़-पकड़ में लगी है, अपनी अब तक की जांच रिपोर्ट लिफाफे में बंद करके अदालत के रिकार्ड पर जमा की है.
केंद्र ने कहा कि NEET UG 2024 के डेटा एनालिटिक्स का जिक्र किया. केन्द्र ने बताया कि आईआईटी मद्रास द्वारा किए गए परिणामों और विशेषज्ञों द्वारा दिए गए निष्कर्षों के अनुसार, अंक वितरण घंटी ( Marks Distribution Bell Shape Curve) के आकार की वक्र का अनुसरण करता है जो किसी भी बड़े पैमाने पर परीक्षा में कदाचार की पुष्टि नहीं करता है.
शीर्ष अदालत को सौंपे गए एक अतिरिक्त हलफनामे में, केंद्र ने घोषणा की कि शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए, स्नातक सीटों के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होगी, काउंसिलिंग चार चरणों में की जाएगी (छात्रों को आवंटित कॉलेज की जानकारी दी जाएगी).
वहीं, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ गुरुवार को नीट-यूजी 2024 मेडिकल प्रवेश परीक्षा के संबंध में सुनवाई करेगी. इस याचिकाओं में 5 मई को हुए नीट परीक्षा में अनियमितताओं और कदाचार के आरोप लगाए गए हैं और नीट यूजी 2024 की परीक्षा को दोबारा से आयोजित कराने की मांग की गई है
अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले को 18 जुलाई यानि कल के दिन सुनेगी.