NEET-SS 2024: आज (शुक्रवार) को सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा सुपर स्पेशियलिटी (नीट-एसएस) 2024 की परीक्षा अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित करने के केन्द्र के फैसले को चुनौती देनेवाली याचिका पर सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट ने मामले में केन्द्र से जवाब की मांग की है. केन्द्र ने 21 फरवरी के दिन की बैठक के बाद नीट-एसएस की परीक्षा अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दी है. याचिका में दावा किया गया है केन्द्र का ये फैसला मनमाना है.
सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने डॉक्टरों की इस याचिका पर सुनवाई की. पीठ ने मेडिकल काउंसिलिंग कमिटी(MCC) और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) से जवाब की मांग की है.
याचिकाकर्ता ने शीर्ष अदालत से नीट-एसएस परीक्षा 2024 को जुलाई-अगस्त, 2024 में आयोजित करने के लिए उचित निर्देश पारित करने और 21 फरवरी को हुई बैठक में नीट-एसएस परीक्षा, 2024 को स्थगित करने के लिए प्रतिवादी एनएमसी द्वारा लिए गए निर्णय को रद्द करने का उचित निर्देश पारित करने का आग्रह किया है, जिसे 23 फरवरी के पत्र के माध्यम से सूचित किया गया था.
13 डॉक्टरों द्वारा दायर की गई इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से जुलाई-अगस्त, 2024 में NEET-SS परीक्षा 2024 आयोजित करने के लिए उचित निर्देश पारित करने और 21 फरवरी को आयोजित बैठक में प्रतिवादी NMC द्वारा NEET-SS परीक्षा, 2024 को स्थगित करने के निर्णय को रद्द करने और 23 फरवरी के पत्र के माध्यम से सूचित करने का उचित निर्देश पारित करने का आग्रह किया है.
याचिका में कहा गया है,
"निर्णय के लिए कारण यह दिया गया है कि कोविड-19 के कारण, 2021 के लिए एमडी/एमएस और डीएनबी पाठ्यक्रम (NEET-PG पाठ्यक्रम) केवल जनवरी से मई 2022 तक आयोजित किए गए थे. नतीजतन, NEET-PG 2021 के उम्मीदवार 2024 में आयोजित होने वाली NEET-SS परीक्षा में बैठने के पात्र नहीं होंगे."
इस कार्यक्रम के अनुसार, NEET-SS परीक्षा हर साल 10 जुलाई तक होती है और पूरी प्रक्रिया हर साल 31 अगस्त तक पूरी हो जाती थी.
याचिका मे आगे कहा गया,
"यदि NEET-SS परीक्षा, 2024 को 2025 तक स्थगित कर दिया जाता है, ऐसा करने से स्थापित प्रवेश कार्यक्रम बाधित होगी, जो उम्मीदवारों और शैक्षणिक संस्थानों दोनों के लिए एक पूर्वानुमानित और पारदर्शी शैक्षणिक कैलेंडर बनाए रखने के लिए आवश्यक है."
याचिकाकर्ता ने आगे कहा कि एनएमसी को महामारी के कारण प्रवेश प्रक्रिया में आई अनियमितता को सुधारना चाहिए, ताकि आगे चलकर NEET-SS परीक्षा शैक्षणिक कैलेंडर में बार-बार व्यवधान पैदा किए बिना आयोजित की जा सके.