Advertisement

राजस्थान के मुख्यमंत्री Ashok Gehlot की दिल्ली कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई पेशी, इस केंद्रीय मंत्री ने दर्ज किया था मानहानि का केस

केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया जिसकी सुनवाई के लिए अशोक गहलोत दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश हुए...

Rajasthan CM Ashok Gehlot

Written by Ananya Srivastava |Published : August 8, 2023 9:39 AM IST

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सोमवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) द्वारा दायर मानहानि मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश हुए।

आपको बता दें कि गहलोत द्वारा केंद्रीय मंत्री और उनके परिवार को संजीवनी घोटाले में आरोपी बताए जाने के मामले में शेखावत ने मानहानि का दावा किया है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के हिसाब से कोर्ट ने मामले की आगे की सुनवाई 21 अगस्त को तय की है। मामले की सुनवाई के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने 6 जुलाई को सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ समन जारी किया था। इसके बाद गहलोत ने सेशन कोर्ट में रिवीजन दाखिल किया, लेकिन वहां से उन्हें राहत नहीं मिली। रिवीजन कोर्ट में उन्‍हें वीसी के जरिए पेश होने की इजाजत दी गई।

Also Read

More News

रिवीजन कोर्ट में 1 अगस्त को सुनवाई के दौरान सीएम गहलोत की ओर से कहा गया था कि उनके पास गृह विभाग भी है। गृह मंत्री होने के नाते एसओजी उन्हें रिपोर्ट करती है। मामले को लेकर एसओजी ने उन्हें जो जानकारी दी, वह मीडिया से साझा की गई। एसओजी को मिली शिकायत में शेखावत के परिवार के नाम का भी जिक्र है।

दूसरी ओर, शेखावत के अधिवक्ताओं ने तर्क दिया कि उनके किसी भी क्‍लाइंट का नाम किसी भी शिकायत में नहीं था। मानहानि का मामला दर्ज होने के बाद एसओजी ने कथित तथ्य जुटाए। करीब पांच महीने पहले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का दावा दायर किया था।

सचिवालय में बजट समीक्षा बैठक के बाद 21 फरवरी को गहलोत ने कहा था कि शेखावत के माता-पिता और पत्नी समेत पूरा परिवार संजीवनी घोटाले में शामिल था। गहलोत ने केंद्रीय मंत्री द्वारा मानहानि का मुकदमा दायर करने का स्वागत किया था। उन्होंने कहा था, ''कम से कम इसी बहाने मामला आगे बढ़ेगा।''