जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर कैश मिलने की जांच कर रही तीन जजों की कमेटी ने उनकी बेटी दिव्या वर्मा के बयान / भूमिका पर भी सवाल खड़े किए है. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जस्टिस यशवंत वर्मा की बेटी दिव्या वर्मा ने बचकाना स्पष्टीकरण दिया है कि यह वीडियो उनके घर के अलावा किसी दूसरी जगह का कोई दूसरे कमरे का भी हो सकता है.
जस्टिस वर्मा की बेटी ने मौके की वीडियो में उनके पर्सनल सेकट्री राजेंद्र सिंह कार्की की आवाज़ को पहचानने से इंकार कर दिया जबकि सेकट्री ने ख़ुद माना है कि इस वीडियो में उनकी आवाज़ है. जाहिर है कि दिव्या वर्मा कमेटी के सामने तथ्यों को छुपाना चाह रही थी. कमेटी के अनुसार, इसमें कोई दो राय नहीं कि दिव्या वर्मा ने फायर स्टेशन को कॉल करके आग लगने की सूचना दी थी. हालांकि बाद में उसने फायर विभाग को यह सूचना पहुंचाई कि उन्हें आने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि आग बुझ चुकी है.
जस्टिस वर्मा की बेटी ने 7 अप्रैल 2025 को बयान दिया कि उसे स्टोर रूम में अधजले कैश की जानकारी 15 मार्च 2025 को तब मिली, जब हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के PPS ने स्टोर रूम का मुआयना किया। हालांकि उसने बाद में इसे पैनिक में दिया बयान करार देते हुए उसे वापस लेने की इजाजत मांगी लेकिन कमेटी ने इसकी इजाज़त नहीं दी.