समाज में लोग रिश्ता देख बूझकर करते हैं. समाजिक ताने-बाने के जमीनी धरातल पर आप पाएंगे कि रिश्ता करने में कितनी सावधानी बरती जाती है. संविधान के नजरिए से यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन है औप गरिमापूर्ण तरीके से जीवन-जीने के खिलाफ है. अगर परिजनों ने अंतरधार्मिक में संबंध की इजाजत दे दी, तो जो नतीजे मिले वह हैरान करनेवाले हैं. बुद्धिजीवी जो भी कहें, घटना का परिणाम तो व्यक्तिगत रूप से माता-पिता को ही भुगतना पड़ता है. इन्हीं नतीजों को देखकर समाज के लोग अंतरधार्मिक विवाह से नाराजगी जाहिर करते हैं. आज इसे लोग 'लव जिहाद' कह रहे हैं. इसी से जुड़ा एक मामला सामने आया, जहां एक प्रेमी युगल कोर्ट मैरिज करने पहुंचे. मैरिज करने से पहले वकील ढूंढ़ने लगे, फिर जो हुआ वह देखने लायक है...
मध्य प्रदेश का एक जिला रीवा है. यह मामला रीवा जिला कोर्ट का है, जहां एक प्रेमी युगल कोर्ट मैरिज करने पहुंचे. वकील के पास गए, वकील ने डॉक्यूमेंट भरने के लिए नाम पूछा. दोनों ने नाम बताया. नाम बताने के बाद वकील को पता चला कि लड़का मुस्लिम है और लड़की हिंदू है. इस पर बातचीत-विवाद में बदल गया, बस फिर क्या था, प्रेमी युगल को वकीलों ने जमकर कूट दिया. वकीलों ने दावा किया कि लव जिहाद कर रहा है. वकीलों की भीड़ ने प्रेमी युगल को जमकर पीटा, लड़के को लहूलुहान कर दिया. इस दौरान पुलिस को किसी ने घटना की खबर की, पुलिस भी आनन-फानन पहुंची. तब जाकर लड़के को छुड़ाया गया. पुलिस लड़के को थाने में ले गई. हालांकि, इस घटनाक्रम के चलते प्रेमी युगल को बिना शादी किए ही अदालत परिसर से जाना पड़ा.
पुलिस दोनों को स्थानीय स्टेशन में पकड़कर ले गई. पूछताछ करने के बाद पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि दोनों बालिग है. लड़की परिजन से छिपकर घर से अदालत पहुंची थी. दोनों के परिजनों को सूचित कर पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई है.