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सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल तो SCBA के नए प्रेसिडेंट बने हैं, जानिए दूसरे पदों पर किसने जीत हासिल की

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव के परिणाम आने के बाद कपिल सिब्बल नए प्रेसिडेंट चुने गए. साथ उपाध्यक्ष के लिए रचना श्रीवास्तव और सचिव पद के लिए विकास यादव चुने गए हैं.

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के नए प्रेसिडेंट बने कपिल सिब्बल

Written by Satyam Kumar |Updated : May 17, 2024 11:10 AM IST

Kapil Sibbal As President: सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (Supreme Court Bar Association)  का चुनाव हो चुका है. वोटों की गिनती होने के बाद परिणाम भी आ चुके हैं. कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal), जिन्होंने सनसनीखेज तौर पर, चुनाव से एक दिन पहले अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी. उन्होंने सबको चौंकाते हुए अपनी जीत दर्ज की है. कुल 1066 वोट लाकर, प्रेसिडेंट पद (President Post) की लड़ाई में शामिल दूसरे उम्मीदवार से 377 वोटों से आगे रहे. सीनियर एडवोकेट चौथी बार सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद की भूमिका निभाएंगे. एससीबीए चुनाव में इस बार वाइस प्रेसिडेंट (उपाध्यक्ष) रचना श्रीवास्तव (Rachna Srivastava) और सचिव (Secretary) पद के लिए विकास यादव (Vikash Yadav) को चुना गया है.

SCBA प्रेसिडेंट बने कपिल सिब्बल

कुल छह लोग प्रेसिडेंट पद की दौड़ में की दौड़ में शामिल हुए. सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल, आदिश अग्रवाल, प्रदीप राय, प्रिया हिंगोरानी, त्रिपुरारी रे और नीरज श्रीवास्तव आदि शामिल थे.

कपिल सिब्बल SCBA प्रेसिडेंट बने

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सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष (प्रेसिडेंट) पद के वोटों की गिनती में पहले पायदान पर सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल आए हैं, जिन्हें कुल 1066 वोट मिले हैं. कुल 689 वोट लाकर सीनियर एडवोकेट प्रदीप राय दूसरे स्थान पर रहें. तीसरे स्थान पर आए आदिश सी अग्रवाल को कुल 296 वोट मिले हैं.

महिलाओं के लिए भी खास रहा ये चुनाव

SCBA के चुनाव से ठीक पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के लिए एक-तिहाई आरक्षण (One Third Reservation For Women) सुनिश्चित की थी. इस बार चुनाव में उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट) पद के लिए रचना श्रीवास्तव जीतकर आई है.

दो दशक पहले भी लड़े थे SCBA का चुनाव

करीब दो दशक पहले भी सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने प्रेसिडेंट का चुनाव लड़ा था. वह साल 2001-02 के लिए एससीबीए के प्रेसिडेंट बने थे. इससे पहले भी वह दो बार प्रेसिडेंट  का चुनाव जीते थे. साल 1995-96 और 1997-98 के दौरान भी वह सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट बने थे.