Share Market Crash: हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका के माध्यम से लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद से शेयर मार्केट में गिरावट व निवेशकों के भारी नुकसान होने को लेकर केन्द्र सरकार, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) से विस्तृत रिपोर्ट की मांग की गई हैं. मार्केट में भारी गिरावट के कारणों को बताने को कहा गया है. इस याचिका को एडवोकेट विशाल तिवारी ने अदाणी-हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले में ही दायर की है. बता दें, अदाणी-हिंडनबर्ग का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं.
अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में भी बाहरी कारणों से शेयर मार्केट को प्रभावित करने की कोशिश हुई थी. हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसके बाद अदाणी के शेयर काफी तेजी से नीचे धड़ाम हुए थे. निवेशकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था. इसी साल 3 जनवरी के दिन सुप्रीम कोर्ट ने SEBI और केन्द्र से कारणों की जांच और नियमों के उल्लंघन की जांच करने के निर्देश दिए हैं.
कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया था कि SEBI और सरकार को विशेषज्ञ समिति द्वारा सुझाए गए उपायों पर विचार करना चाहिए, जिन्हें निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए नियामक ढांचे को मजबूत करने के लिए नियुक्त किया गया था.
अब अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में ही याचिका के माध्यम से लोकसभा नतीजों से शेयर मार्केट में मची उथल-पुथल के कारणों की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की गई है.
एजवोकेट ने अपनी याचिका में कहा, एग्जिट पोल के दौरान शेयर मार्केट में काफी उछाल देखने को मिला. वहीं, जब नतीजे आने शुरू हुए तो बाजार काफी नीचे गिर गई. मार्केट में काफी उथल-पुथल देखने को मिला. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये नुकसान करीब 20 लाख करोड़ रूपये के करीब था. मार्केट का इस तरह से अस्थिरता दिखाना रेगुलेटरी सिस्टम पर सवालिया निशान खड़े करता है.
याचिकाकर्ता ने 3 जनवरी के दिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन करने की कार्यवाही को लेकर रिपोर्ट देने की मांग की है. साथ ही केन्द्र सरकार और SEBI, दोनों से लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शेयर बाजार में गिरावट और निवेशकों के नुकसान पर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है.