नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया की परेशानियां कम नहीं हो रहीं है. दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को कथित आबकारी घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि एक जून तक बढ़ा दी है.
न्यूज़ एजेंसी भाषा के अनुसार, अदालत ने जेल प्राधिकारियों को आप नेता मनीष सिसोदिया को जेल में किताबों के साथ ही एक कुर्सी तथा मेज उपलब्ध कराने पर विचार करने का भी निर्देश दिया.
सिसोदिया को जब अदालत कक्ष से बाहर लाया जा रहा था तो पत्रकारों के पूछे जाने पर उन्होंने दिल्ली के सेवाओं के मामले पर केंद्र के अध्यादेश पर एक विधेयक लाए जाने के संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘‘लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते", और आरोप लगाया की, ‘‘मोदी बहुत अहंकारी हो गए हैं.’’
गौरतलब है की दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर 2021 को आबकारी नीति लागू की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 में यह नीति रद्द कर दी थी.
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस संबंध में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मामलों में आरोपी हैं.
आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि यहां राउज एवेन्यू अदालत में एक पुलिसकर्मी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से बदसलूकी की। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने ‘आप’ के आरोप को खारिज करते हुए इसे ‘दुष्प्रचार’ बताया।
सिसोदिया को कथित आबकारी घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में अदालत में पेश किया गया था। ‘आप’ नेता आतिशी ने ट्विटर पर इस कथित घटना का वीडियो साझा किया और लिखा, ‘‘राउज एवेन्यू अदालत में इस पुलिसकर्मी की मनीष के साथ हैरान करने वाली बदसलूकी। दिल्ली पुलिस उसे तुरंत निलंबित करें।’’
पुलिस की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘क्या पुलिस को इस तरह मनीष सिसोदिया से दुर्व्यवहार करने का अधिकार है? क्या पुलिस से ऐसा करने के लिए कहा गया है।’’
आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली पुलिस ने इसे ‘दुष्प्रचार’ बताया। उसने कहा कि न्यायिक हिरासत में बंद किसी आरोपी का मीडिया को बयान देना ‘कानून के खिलाफ है।’
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘राउज एवेन्यू अदालत में पेशी के समय श्री मनीष सिसोदिया के साथ पुलिस दुर्व्यवहार की बात दुष्प्रचार है। पुलिसकर्मी ने सुरक्षा वजहों से सिसोदिया को पकड़ा हुआ था। न्यायिक अभिरक्षा में अभियुक्त द्वारा मीडिया को वक्तव्य जारी करना विधि विरुद्ध है।’’
अदालत परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिसोदिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था।