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CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने फुल कोर्ट रेफरेंस में दिवंगत न्यायाधीश तरुण चटर्जी के योगदान को याद किया

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कानून के विकास में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि पूर्व एससी न्यायाधीश न्यायमूर्ति चटर्जी "बेजोड़ न्यायविद्" थे।

Late Justice Tarun Chatterjee

Written by My Lord Team |Published : August 9, 2023 6:36 PM IST

नई दिल्ली: दिवंगत न्यायाधीश तरुण चटर्जी की याद में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को फुल कोर्ट रेफरेंस का आयोजन किया, जिसमें तरुण चटर्जी के योगदान को याद किया गया। न्यायाधीश तरुण चटर्जी का निधन इस साल 7 जुलाई को हुआ था।

समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कानून के विकास में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि पूर्व एससी न्यायाधीश न्यायमूर्ति चटर्जी "बेजोड़ न्यायविद्" थे।

इस अवसर पर अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, एससीबीए अध्यक्ष आदिश अग्रवाल और अन्‍यों ने दिवंगत न्यायाधीश तरुण चटर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। जस्टिस चटर्जी का जन्म 14 जनवरी, 1945 को कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील, न्यायमूर्ति पुरूषोत्तम चटर्जी के घर हुआ था।

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वह 1970 में एक वकील के रूप में नामांकित हुए और सिविल, आपराधिक और राजस्व मामलों में कलकत्ता उच्च न्यायालय में अभ्यास किया। 6 अगस्त, 1990 को उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय में स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और बाद में 31 जनवरी, 2003 को उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।

न्यायमूर्ति चटर्जी को 27 अगस्त, 2004 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 14 जनवरी, 2010 को सेवा निवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के बाद, उन्होंने जनवरी 2015 तक उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।