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सूरज रेवन्ना को बेंगलुरू कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा, पार्टी वर्कर से अननेचुरल सेक्स करने का लगा है आरोप

सूरज रेवन्ना को बेंगलुरू कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते व प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना पर भी अननेचुरल सेक्स करने का आरोप लगा है.

सूरज रेवन्ना को बेंगलुरू कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा

Written by Satyam Kumar |Published : June 24, 2024 11:04 AM IST

Suraj Revanna Sent To Judicial Custody: सूरज रेवन्ना को बेंगलुरू कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते व प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना पर भी अननेचुरल सेक्स करने का आरोप लगा है. सूरज रेवन्ना के खिलाफ पार्टी के ही कार्यकर्ता ने समलैंगिक संबंध बनाने के आरोप लगाए हैं. (Bengaluru Court Sent Suraj Revanna To Judicial Custody)

न्यायिक हिरासत में भेजे गए सूरज रेवन्ना

बेंगलुरू कोर्ट में मजिस्ट्रेट केएन शिवकुमार ने सूरज रेवन्ना को न्यायिक हिरासत में भेजा. अदालत ने रविवार के दिन स्पेशल हियरिंग करके इस मामले की सुनवाई की.

किन-किन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ?

पीड़ित शख्स की शिकायत के आधार पर पुलिस ने FIR दर्ज किया है. FIR में सूरज रेवन्ना के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 377 (अननेचुरल सेक्स) 342 (अवैध रूप से कैद करना) 506 (अपराधिक धमकी) और सेक्शन 34 ( कई व्यक्तियों द्वारा एक ही उद्देश्य से घटना को अंजाम देना) के तहत मुकदमे को दर्ज किया गया है.

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पार्टी वर्कर ने शिकायत में क्या कहा?

पार्टी वर्कर (पीड़ित युवक) ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) और गृह मंत्रालय के पास अपनी शिकायत दर्ज कराई है. कार्यकर्ता ने बताया कि सूरज ने उसे अपने फार्म हाउस पर बुलाकर उसके साथ अननेचुरल सेक्स किया. शिकायत के बाद, इस मामले को होलेनसीरपुर रूरल पुलिस स्टेशन (Holensirpur Rural Police Station) के पास ट्रांसफर किया गया, जिसके बाद युवक के बयान पर मुकदमे को दर्ज किया गया है.

पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई की और सूरज रेवन्ना को गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश किया. सुनवाई के बाद अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

वहीं, सूरज रेवन्ना ने इन आरोपों से इंकार किया है. सूरज रेवन्ना ने कहा कि युवक (पार्टी कार्यकर्ता) ने उससे पांच लाख रूपये की मांग की थी. पैसे नहीं देने पर, उसने झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी.