Beed Sarpanch Murder Case: महाराष्ट्र के बीड में सरंपच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में उनके भाई ने बंबई हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में बॉम्बे हाईकोर्ट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता धनंजय मुंडे को मंत्री पद से हटाने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि धनंजय मुंडे बीड में आपराधिक गिरोह के प्रमुख के साथ जुड़े हुए हैं.
धनंजय मुंडे वर्तमान में महाराष्ट्र के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री है. बीड में सरपंच हत्याकांड के बाद याचिकाकर्ता ने दावा किया कि मुंडे बीड में उस आपराधिक गिरोह के प्रमुख से जुड़े हुए हैं, जिसने कथित तौर पर मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में प्रमुख भूमिका निभाई है. याचिकाकर्ता ने अनुरोध किया कि हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ उसकी याचिका को स्वीकार करे. पुलिस के अनुसार, मस्साजोग गांव के सरपंच देशमुख का नौ दिसंबर को बीड में एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश को विफल करने के प्रयास के दौरान अपहरण कर लिया गया था. देशमुख को प्रताड़ित किया गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गई. विपक्षी दलों और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विधायक ने धनंजय मुंडे पर अपने ‘सहयोगी’ वाल्मीकी कराड के साथ घनिष्ठ संबंध होने का आरोप लगाया था. बता दें कि जबरन वसूली के मामले में दर्ज की गई प्राथमिकी में कराड का नाम सामने आया, जिसके बाद वाल्मिकी कराड ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है.
सरपंच की हत्या के सिलसिले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. धनंजय देशमुख के अधिवक्ता शोमितकुमार सालुंके ने बताया कि संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने सोमवार को बंबई हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ में एक आपराधिक याचिका दायर कर विधायक धनंजय मुंडे को मंत्री पद से हटाने के लिए राज्य सरकार को निर्देश देने का अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि याचिकाकर्ता ने मुंडे को मंत्रिमंडल से हटाने का निर्देश देने का अनुरोध इसलिए किया है, जिससे राज्य सरकार पर बचाव का दबाव न हो. अधिवक्ता ने बताया कि याचिकाकर्ता विधायक धनंजय मुंडे का मंत्री पद रद्द करने के लिए सरकार को उचित आदेश और निर्देश देने का अनुरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनका पहले बीड के आपराधिक गिरोह के प्रमुख के साथ बहुत करीबी संबंध रहा है और इसी गिरोह ने संतोष देशमुख की हत्या में कथित रूप से प्रमुख भूमिका निभाई है.
(खबर PTI भाषा इनपुट के आधार पर लिखी है)