नई दिल्ली: Supreme Court में बुधवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान भाजपा नेता और अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय को उस वक्त माफी मांगनी पड़ी जब उन्होने अपनी साथी वकील का नाम ढंग से नहीं लिया.
CJI DY Chandrachud की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध एक मामले में अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय पेश हुए. सुनवाई के दौरान ही सीजेआई द्वारा प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता के बारे में पूछा जाने पर अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि बेंच के सामने कोई गोपाल पेश हो रहा है.
अश्विनी उपाध्याय द्वारा साथी अधिवक्ता को इस तरह बुलाये जाने पर सीजेआई ने ऐतराज जताते हुए बेहद सख्त शब्दों में उपाध्याय से कहा कि वो कोई गोपाल नही है, उनका नाम गोपाल शंकरनारायणन है.
CJI ने इसके बाद भी उपाध्याय को संबोधित करते हुए कहना जारी रखते हुए कहा कि कम से कम नाम तो तरीके से लिजिए, चाहे भले ही गोपाल शंकरनारायण आपके दोस्त हो, लेकिन आप Supreme Court में खड़े है और आप एक वकील के तौर पर बेंच से बात कर है.
CJI के इस तरह के तेवर देखकर एकबारगी पुरे कोर्ट रूम में सन्नाटा छा गया, यहां तक की कोर्ट रूम में मौजूद अधिवक्ता अपनी सीट से खड़े हो गए.
मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने तुरंत ही CJI से अपनी गलती के लिए माफी मांगी और अपने साथी वकील का नाम सही तरीके से लिया.
जिसके बाद सीजेआई पुन: मामलो की सुनवाई करने लगे.