Advocate-On-Record Association: सुप्रीम कोर्ट ने एडवोकेटऑन रिकार्ड की ऑनलाइन मोड में आयोजित को कैंसिल करने का फैसला लिया है. वजह सोमवार के दिन होनेवाली AOR की परीक्षा तकनीकी दिक्कतों के चलते बाधित रही, जिसे देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को पेपर-पेन यानि ऑफलाइन तरीके से आयोजन करने का विचार कर रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के मुख्य न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने AOR की परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित कराने का निर्णय लिया है.
सोमवार (10 जून, 2024) के दिन एडवोकेट ऑन रिकार्ड की ऑनलाइन परीक्षा राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार स्थित गुरु हरगोबिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में आयोजित की गई थी. पेपर का नाम 'प्रैक्टिस और प्रोसीजर' था. कुल 120 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिन्हे परीक्षा में परेशानी का सामना करना पड़ा. कुछ छात्र तो अपना पेपर भी शुरू नहीं कर पाए, तो वहीं कुछ छात्रों ने करीब 2.5 घंटे की परीक्षा लिख ली तो उनके कंप्यूटर में परेशानी आनी शुरू हो गई. इन तकनीकी दिक्कतों की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने AOR की परीक्षा ऑफलाइन मोड में कराने का निर्णय लिया.
अब से फिजिकल मोड में AOR की परीक्षा का आयोजन सुप्रीम कोर्ट की अतिरिक्त भवन परिसर के जजेज लाइब्रेरी में होगी. फिजिकल मोड में पेपर देनेवाले छात्रों को एक घंटे का एक्सट्रा समय दिया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकार्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने इस निर्णय को लेकर सुप्रीम कोर्ट के महासचिव (Supreme Court Secretary General) को चिट्ठी लिखी है. एसोसिएशन ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि परीक्षार्थियों ने तैयारी ऑनलाइन तरीके से की है. ऐसे में परीक्षा का प्रारूप बदलना कितना उचित होगा.
लेटर में परीक्षा केन्द्रों की स्थिति को भी बताया गया. SCAORA ने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर वेंटिलेशन की सुविधा भी सही नहीं है. इस भीषण गर्मी में छात्रों को पसीने से तर-बतर होकर परीक्षा देना पड़ रहा है. चिट्ठी में सुप्रीम कोर्ट के महासचिव से निवेदन की गई कि वे सीजेआई को इन परेशानियों से अवगत कराएं, जिससे इस पर कोई सकारात्मक हल निकल सकें.