जस्टिस दीक्षित कृष्ण श्रीपद ने सोमवार को उड़ीसा हाई कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली. कटक में अदालत परिसर में आयोजित समारोह में चीफ जस्टिस हरीश टंडन ने जस्टिस श्रीपद को पद की शपथ दिलाई. एक मई को कर्नाटक हाई कोर्ट से उनका तबादला उड़ीसा हाई कोर्ट में किया गया था. जस्टिस श्रीपद ने जुलाई 1989 में एक वकील के रूप में अपना एनरोलमेंट कराया था और कर्नाटक तथा मद्रास हाईकोर्ट में कई मामलों की पैरवी की. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें 1999 में भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ स्थायी वकील और केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में नियुक्त किया गया था.
जस्टिस दीक्षित कृष्ण श्रीपद ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान के लिए स्थायी वकील के रूप में भी काम किया. भारत के सहायक महाधिवक्ता के रूप में 2014 में नियुक्ति के बाद 14 फरवरी 2018 को कर्नाटक हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने तक उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में केंद्र सरकार की ओर से पैरवी की.