Advertisement

दिल्ली हाईकोर्ट के Chief Justice Manmohan को सुप्रीम कोर्ट जज बनाने की सिफारिश, Collegium ने सर्वसम्मति से लिया फैसला

दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मनमोहन को सुप्रीम कोर्ट जज के तौर सिफारिश करते हुए कॉलेजियम ने कहा कि वह दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और दिल्ली उच्च न्यायालय से केवल एक प्रतिनिधि सर्वोच्च न्यायालय में मौजूद है. 

जस्टिस मनमोहन

Written by Satyam Kumar |Updated : November 28, 2024 8:00 PM IST

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 28 नवंबर, 2024 को अपनी बैठक के दौरान सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए योग्य उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों और वरिष्ठ न्यायाधीशों के नामों पर चर्चा की. बैठक में जस्टिस मनमोहन, जो वर्तमान में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं, का नाम सुप्रीम कोर्ट जज के बनाने के तौर पर सुझाया गया है. फैसले की वजह बताते हुए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कहा कि वह दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और दिल्ली उच्च न्यायालय से केवल एक प्रतिनिधि सर्वोच्च न्यायालय में मौजूद है.

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने , इसी साल जस्टिस मनमोहन को 13 मार्च 2008 को दिल्ली उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की, जिसके बाद वे 29 सितंबर 2024 से उस उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे हैं. कॉलेजियम ने सिफारिश पत्र में जस्टिस मनमोहन को लेकर कहा कि उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की संयुक्त अखिल भारतीय वरिष्ठता में क्रम संख्या 2 पर हैं और वे दिल्ली उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं. उनके नाम की सिफारिश करते समय कॉलेजियम ने इस तथ्य को ध्यान में रखा है कि वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय की पीठ का प्रतिनिधित्व दिल्ली उच्च न्यायालय के केवल एक न्यायाधीश द्वारा किया जा रहा है, इसलिए सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम ने सर्वसम्मति से सिफारिश की है कि न्यायमूर्ति मनमोहन को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया जाए.

CJ Manmohan का अबतक का करियर

जस्टिस मनमोहन का जन्म 17 दिसंबर 1962 को दिल्ली में हुआ. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में बी.ए. (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की है. साल1987 में, लॉ की डिग्री मिलने के बाद जस्टिस मनमोहन ने दिल्ली बार काउंसिल में अधिवक्ता के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराया और सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत की.

Also Read

More News

इस दौरान जस्टिस मनमोहन ने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, कराधान, मध्यस्थता, ट्रेडमार्क और सेवा विवादों  की पैरवी की. उन्हें 18 जनवरी 2003 को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया. 13 मार्च 2008 के दिन दिल्ली हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए और 17 दिसंबर 2009 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उन्हें नियुक्त किया गया.

9 नवंबर 2023 से दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और 29 सितंबर 2024 से मुख्य न्यायाधीश बनाए गए. अब सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट जज के तौर पर नियुक्त किया है.