बीते दिनों भारत के मुख्य न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने 'अयोध्या मामले' से जुड़ा अपना एक किस्सा सुनाया था. CJI ने कहा कि उन्होंने अयोध्या मामले में फैसला सुनाने को लेकर भगवान से मदद मांगी थी. CJI के इस बयान को सपा नेता राम गोपाल यादव ने सीजेआई के लिए बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. अब सपा नेता के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना का मुकदमा (Contempt Of Court) चलाने के लिए मांग उठी है, अवमानना का मुकदमा चलाने के लिए अयोध्या मामले में हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने अटॉर्नी जनरल को पत्र लिखकर इजाजत की मांग की है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में किसी के खिलाफ अवमानना का मुकदमा चलाने के अटॉर्नी जनरल या सॉलिसिटर जनरल (AG या SG) की इजाजत लेनी पड़ती है. इसलिए अयोध्या मामले में हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने अटॉर्नी जनरल को पत्र लिखकर सपा नेता राम गोपाल यादव के खिलाफ अवमानना का मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी है. पत्र में कहा है कि चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने पिछले दिनों अयोध्या मामले की जटिलता का हवाला देते हुए बयान दिया था कि उन्होंने भगवान से प्रार्थना की थी कि इस मामले में विवाद पर फैसला लेने के लिए उन्हें ताक़त दे. और आखिरकार ईश्वर ने उन्हें अपने उत्तरदायित्व के निर्वहन में मदद की, लेकिन कुछ लोग अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ के चलते जस्टिस चंद्रचूड़ के शब्दों को अलग ही संदर्भ में पेश कर रहे है। सपा नेता रामगोपाल यादव ने प्रेस से बातचीत करते हुए CJI के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल तक किया. उनका ये बयान बेहद आपत्तिजनक और सुप्रीम कोर्ट की गरिमा को गिराने वाला है. लिहाजा उनके खिलाफ अवमानना का मुकदमा चलना चाहिए.