सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने गुरूवार (22 फरवरी, 2024) के दिन सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आयुष होलिस्टिक वेलनेस सेंटर (AYUSH Holistic Wellness Centre) का उद्घाटन किया. सीजेआई ने आयुष से जुड़ने का किस्सा भी सुनाया कि जब वे कोविड से संक्रमित हुए थे,तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने फोन करके आयुष की दवाएं लेने का सलाह दी थी. आयुष के चिकित्सा प्रभावों को देखते हुए ही सीजेआई ने सुप्रीम कोर्ट परिसर (Supreme Court’s Complex) में इसे खोलने के प्रयासों में लगे, जो उद्योग सफल रहा.
आयुष होलिस्टिक वेलनेस सेंटर सुप्रीम कोर्ट परिसर के ई-ब्लॉक में बना है. उद्घाटन समारोह के दौरान आयुष के केन्द्रीय और राज्य मंत्री के साथ सुप्रीम कोर्ट के जज भी मौजूद रहें. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, सीजेआई भी आयुर्वेदिक और संतुलित तरीके से जीवन जीने के समर्थक रहें हैं.
सीजेआई ने कहा,
“जब से मैंने सीजेआई का पद संभाला है तब से मैं इस पर काम कर रहा हूं. मैं आयुर्वेद और संतुलित जीवन शैली का समर्थक हूं. हमारे पास 2000 से अधिक स्टाफ सदस्य हैं, और हमें न केवल जजों और उनके परिवारों के लिए बल्कि स्टाफ सदस्यों के लिए भी जीवन जीने के समग्र पैटर्न पर ध्यान देना चाहिए... मैं आयुष के सभी डॉक्टरों का बहुत आभारी हूं... हम इसे सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से पूरे देश के सामने पेश कर रहे हैं.”
उद्घाटन समारोह में मौजूद लोगों से मुखातिब होते हुए सीजेआई ने एक किस्सा सुनाया. जब कोविड संक्रमित होने पर सीजेआई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन किया था. पीएम मोदी ने कहा, एक वैद्य हैं, जो आयुष में सचिव के पद पर हैं. वह आपको दवाएं भेज देंगे.
सीजेआई ने आगे कहा,
"कोविड से प्रभावित होने पर मैंने भी आयुष की दवाएं लीं. और जब दूसरी और तीसरी बार कोविड हुआ तो मैंने कोई एलोपैथिक दवा नहीं ली. मुझे आयुष की चिकित्सा लेने पर काफी राहत मिली हैं."
सुप्रीम कोर्ट परिसर में आयुष वेलनेस सेंटर खुलने से जजों और वकीलों की जीवन-शैली में व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है.