मीडिया चैनल ‘आज तक’ (Aaj Tak) ने एक फिक्शनल वीडियों में राहुल गांधी को डाकू (Rahul Gandhi as Robber) के तौर दिखाया. अब न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एवं डिजिटल स्टैंडर्ड ऑथोरिटी (NBDSA) ने ‘आज तक’ को अपने सभी प्लैटफार्म (मेनस्ट्रीम से लेकर डिजिटल) से इसे हटाने के आदेश दिए है. इन वीडियो से जुड़ी सभी जानकारी मिटाने के लिए मीडिया चैनल को एक सप्ताह का समय दिया है.
एनबीडीएसए ने मामले को सुना. मौजूदा हालातों पर गौर करते हुए कहा कि इस काल्पनिक वीडियो में राहुल गांधी के चित्रण को सही तरीके से नहीं किया गया है.
एनबीडीएसए ने कहा,
"ब्रॉडकास्टर के लिए उचित होगा कि वे विवादित-काल्पनिक वीडियो को हटा दे. फिक्शनल वीडियो चैनल की वेबसाइट या यूट्यूब पर उपलब्ध है, और इसके एक्सेस सहित सभी हाइपरलिंक को हटा दें. विवादित वीडियो को हटाने के 7 दिनों के भीतर एनबीडीएसए को लिखित रूप में इसकी जानकारी दें."
फलस्वरूप, एनबीडीएसए ने मीडिया चैनल को अपने सभी प्लेटफार्मों से वीडियो को हटाने का आदेश दिया और साथ ही ब्रॉडकास्टर को भविष्य के ऐसे प्रसारण करने के दौरान सावधान रहने की सलाह दी है.
24 मार्च, 2023 के दिन मीडिया ब्रॉडकास्टर आज तक के चर्चित शो 'ब्लैक एंड व्हाइट' में एक वीडियो दिखाया गया. यह वीडियो 23 मार्च, 2023 को सूरत की एक अदालत (Surat Court) द्वारा गांधी को उनकी टिप्पणी "सभी चोरों के पास मोदी उपनाम है" के लिए मानहानि के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद दिखाया गया था. इस वीडियो में राहुल गांधी के छवि को गलत तौर पर दिखाया गया था.
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास भद्रावती वेंकट ने 31 मार्च, 2023 को एनबीडीएसए के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में चैनल आज तक पर राहुल गांधी की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए इस वीडियो को हटाने की मांग की. जिस पर सुनवाई के बाद NBDSA ने चैनल को वीडियो हटाने के आदेश दिए है.