अभिनेत्री व लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने शुक्रवार को वरिष्ठ गीतकार जावेद अख्तर द्वारा उनके खिलाफ दायर चार साल से अधिक लंबे मानहानि के मामले को मध्यस्थता के जरिए आपस में सुलह करके मामले को सुलझा लिया है. भाजपा सांसद ने पटकथा लेखक को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी है. दोनों पार्टियों ने शुक्रवार को एक विशेष अदालत के समक्ष पेश हुए और एक-दूसरे के खिलाफ दायर शिकायतों को वापस लेने के अपने फैसले की जानकारी दी. अदालत में पेश होने के बाद, अभिनेत्री ने अख्तर के साथ अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें कहा गया कि उन्होंने कानूनी मामले को सुलझा लिया है. अदालत इस पर दिन में बाद में औपचारिक आदेश पारित करेगी. अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने गलतफहमी के कारण अख्तर के खिलाफ बयान दिया.
जावेद अख्तर ने 2020 में रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. FIR में जावदे अख्तर ने दावा किया कि कंगना ने जुलाई में एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत में उनका नाम घसीटकर उनकी बेदाग प्रतिष्ठा को बदनाम और नुकसान पहुंचाया था. रनौत ने बाद में अख्तर के खिलाफ आपराधिक धमकी और शील का अपमान करने का आरोप लगाते हुए एक क्रॉस एफआईआर दर्ज कराई थी. उसने दावा किया था कि 2016 में अख्तर के साथ अपने आवास पर मुलाकात के दौरान, उन्होंने उसे आपराधिक रूप से धमकाया, और मांग की कि वह एक सह-कलाकार से माफी मांगे.
कंगना रनौत के वकील रिजवान सिद्दीकी और जावेद अख्तर के अधिवक्ता जय कुमार भारद्वाज ने कहा कि बांद्रा में एक विशेष मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष एक घंटे की मध्यस्थता के माध्यम से मामला सुलझा लिया गया. जावेद अख्तर की ओऱ से पेश हुए एडवोकेट ने पीटीआई को बताया कि रनौत ने मध्यस्थ के सामने कहा कि उन्होंने गलतफहमी के कारण बयान दिया था और उन्होंने इसे वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि रनौत ने अपने बयान के कारण उन्हें हुई असुविधा के लिए अख्तर से माफी मांगी है, साथ ही भविष्य में ऐसा बयान नहीं देने का वादा किया है. सिद्दीकी ने कहा कि हम लंबे समय से मध्यस्थता की तलाश कर रहे थे. हमने ड्राफ्ट का आदान-प्रदान भी किया था. आखिरकार हमने मामला सुलझा लिया है. उन्होंने कहा कि कोई मुद्दा नहीं था, केवल शब्दों पर फैसला होना था, जो आज हो गया. हमने ड्राफ्ट तैयार किया, उस पर हस्ताक्षर किए और आज दोनों मामले वापस ले लिए गए.
मामले की सुनवाई शुरू में अंधेरी की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने की थी. 2024 में, हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद (एमपी) के रूप में चुने जाने के बाद, मामले को सांसदों और विधायकों से जुड़े मामलों के लिए नामित एक विशेष मजिस्ट्रेट अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था. अपनी शिकायत में, अख्तर ने दावा किया कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद, रनौत ने बॉलीवुड में मौजूद एक मंडली का जिक्र करते हुए एक इंटरव्यू के दौरान उनका नाम घसीटा.
Kangana Ranaut with @Javedakhtarjadu ji today as they have successfully sorted their case together #Kanganaranaut#javedakhtarpic.twitter.com/Gn9TgqHIBG
— Kangana Insta Update 2 (@KR_Insta2) February 28, 2025
रनौत ने इंस्टाग्राम पर अख्तर के साथ एक तस्वीर पोस्ट की और कहा कि सिनेमा के दिग्गज मध्यस्थता प्रक्रिया के दौरान दयालु और विनम्र थे. भाजपा सांसद ने पत्र में लिखा, "आज जावेद जी और मैंने मध्यस्थता के माध्यम से अपना कानूनी मामला (मानहानि का मामला) सुलझा लिया है. मध्यस्थता में जावेद जी बहुत दयालु और कृपालु रहे हैं, वह मेरे अगले निर्देशन के लिए गीत लिखने के लिए भी सहमत हुए.