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Hathras Case में पीड़िता का परिवार Allahabad High Court में देगा निचली अदालत के फैसले को चुनौती

हाथरस में 14 सितंबर 2020 को दलित लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया था. घटना के बाद लड़की की हालत गंभीर हो गई थी, जिसके बाद उसे अलीगढ़ रेफर किया था. इस मामले में पीड़िता के बयानों के बावजूद अदालत ने तीन को आरोपियों को बरी किया है.

Written by Nizam Kantaliya |Published : March 10, 2023 8:23 AM IST

नई दिल्ली: हाथरस में 2020 में हुए दुष्कर्म व हत्या मामले में पीड़ित महिला का परिवार निचली अदालत के फैसले से संतुष्ट नहीं है. जिसके चलते अब पीड़िता का परिवार निचली अदालत के फैसले के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील कर चुनौती देगा.

मुकदमें में पीड़िता के परिवार की ओर से अदालत में पैरवी करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने कहा है कि महिला के परिवार के सदस्यों की ओर से शीघ्र ही इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दायर करेंगे.

निचली अदालत ने नहीं किया विचार

सीमा कुशवाहा ने कहा कि इस मामले में निचली अदालत ने कई तथ्यों पर विचार नहीं किया है, फैसले का अध्ययन करने के बाद हमने विचार किया और तय किया है कि हम निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

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हाथरस की एक विशेष अदालत ने 2 मार्च को फैसला सुनाते हुए मुख्य आरोपी संदीप सिसोदिया को गैर इरादतन हत्या और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया था, लेकिन उसे दुष्कर्म के आरोपों से बरी कर दिया था.

मुख्य आरोपी के साथ गिरफ्तार तीन अन्य आरोपियों को भी सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है.

दोषी भी करेंगे अपील दायर

संदीप सिसोदिया के परिवार के सदस्यों ने भी अब निचली अदालत के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है. अदालत में चारों आरोपियों का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता ने इसकी पुष्ठी की है.

अधिवक्ता के अनुसार इस मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ समान आरोप थे, लेकिन अदालत ने तीन को बरी कर दिया और केवल संदीप सिसोदिया को दोषी ठहराया. जिसके आधार पर अब संदीप की ओर से भी हाईकोर्ट में ट्रायल कोर्ट के फैसलो को चुनौती दी जाएगी.

क्या है मामला

गौरतलब है कि 14 सितंबर, 2020 को चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित दुष्कर्म के बाद हत्या करने का मामला सामने आया था. इस मामले में चार स्थानीय लोगों पर पीड़िता के साथ उस दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया जब वह मवेशियों के लिए चारा लेने निकली थी.

हमले के बाद वह आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गई थी और उसे पास के अलीगढ़ शहर के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसने अपना बयान भी दर्ज कराया. बाद में उसे इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.