प्रयागराज (उप्र): सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अभियुक्त और माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के उपरांत उसे रविवार को नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया.
पुलिस उपायुक्त (नगर) दीपक भूकर ने भाषा को बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अभियुक्त विजय मिश्रा को धूमनगंज थाना की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया।
विजय मिश्रा पर धूमनगंज थाने में भादंसं की धाराओं 147, 148, 149, 302, 307, 506, 34, 120बी, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा सात , सीएलए अधिनियम की धारा सात और एससी एसटी अधिनियम की धारा 3(2) के तहत मुकदमा पंजीकृत है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विजय मिश्रा को लखनऊ के एक होटल के बाहर गिरफ्तार किया गया और रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट की अदालत में उसे पेश किया गया। रिमांड मजिस्ट्रेट ने विजय मिश्रा को नैनी जेल भेजने का आदेश दिया।
न्यूज़ एजेंसी भाषा के अनुसार, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना में नाम आने के बाद से ही विजय मिश्रा फरार था और उसके खिलाफ अतरसुइया थाने में तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में एक मुकदमा दर्ज है।
पुलिस ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना के दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि उमेश पाल के कचहरी से निकलने के बाद विजय मिश्रा ने उमेश पाल की फोटो अतीक के बेटे असद को भेजी थी और उमेश पाल के रास्ते की जानकारी दी। विवेचना के दौरान मिले तथ्यों और उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक के वकील खान शौलत हनीफ के बयान के आधार पर विजय मिश्रा को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था।
गौरतलब है कि बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो गनर की गत 24 फरवरी को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य अभियुक्त माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन समेत दो शूटर अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं।