नई दिल्ली: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शनिवार को देशभर की अदालतों में आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में 97.64 लाख से अधिक मुकदमों का निस्तारण हुआ है.
मुकदमों के निस्तारण का ये आकड़ा रविवार तक एक करोड़ से भी अधिक होने जा रहा है. कई राज्यों और केन्द्र शाषित प्रदेशो में शनिवार देर शाम तक लोक अदालत की कार्यवाही जारी रही.
गौरतलब है कि शनिवार को देश के सभी 36 राज्य और केन्द्र शाषित प्रदेशो में इस राष्ट्रीय लेाक अदालत का आयोजन किया गया है.
नालसा के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस एस के कौल के निर्देश पर वर्ष 2023 की पहली राष्ट्रीय लोक अदालत में कई नवाचार भी किए गए. इस लोक अदालत में कई नए प्रकार केसो को भी आपसी समझाईश के आधार पर निस्तारण के लिए चिन्हित किए गए थे.
नालसा की सदस्य सचिव Ms. Santosh Snehi Mann के अनुसार ये आकड़े फिलहाल शनिवार शाम तक के है.देशभर की अदालतों में एक दिन में निस्तारित किए गए 97.64 लाख मामलों में पेडिंग मुकदमों की संख्या 17.13 लाख और प्री लीटिगेशन के 80.5 लाख मुकदमें शामिल है.
राजस्थान में आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में एक दिन में ही संपूर्ण प्रदेश में 30 लाख 58 हजार से अधिक मुकदमों का निस्तारण किया गया है. राजस्थान का यह ऐतिहासिक प्रदर्शन रहा है.
राजस्थान के सदस्य सचिव प्रमिल कुमार के अनुसार राजस्थान में 500 से अधिक अदालतों में आयोजित इस एक दिवसीय राष्ट्रीय लोक अदालत में 30 लाख से अधिक मुकदमों का निस्तारण करते हुए 949 करोड़ रूपये से अधिक के अवार्ड जारी किए गए है.
पंजाब राज्य में आयोजित हुई इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 429 लोक अदालतों में 2.33 लाख मुकदमों का निपटारा किया गया है.
नालसा की ओर से देशभर में आयोजित वर्ष की पहली राष्ट्रीय लोक अदालत में देशभर में सकारात्मक रूझान रहे है. नालसा द्वारा जारी शनिवार शाम 7 बजे के रिकॉर्ड के अनुसार निस्तारित मुकदमों का आकड़ा 97 लाख पार कर चुका है. रविवार को इस मामले में देशभर से डाटा एकत्रित होने के बाद यह आकड़ा आसानी से एक करोड़ से अधिक हो सकता है.
गौरतलब है देश की अदालतों में बढती पेडेंसी के बीच राष्ट्रीय लोक अदालतों के प्रति आम जनता के बीच रूझान लगातार बढा है. इस मामले में राष्ट्रीय लोक अदालत एक मील का पत्थर साबित हो रहा है.