नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च अदातल में 22 मई से 02 जुलाई तक ग्रीष्मकालिन अवकाश घोषित किया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान अतिआवश्यक मामलो की सुनवाई के लिए 14 बैंचो का गठन किया हैं.
22 मई से 03 जुलाई तक होने वाले ग्रीष्मकालिन अवकाश के लिए सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ के निर्देश पर इन वेकेशन बेंचो का गठन किया गया हैं.
आमतौर पर वेकेशन बेंचे उन मामलो की सुनवाई करती है जिनकी तत्काल सुनवाई की आवश्यकता होती है और नए मामलो को तभी लिया जाता है जब तत्काल राहत की आवश्यकता होती है या संबंधित बेंच इसे सुनने के लिए सहमत होती है.
मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार ग्रीष्मकालिन अवकाश के दोरान वेकेशन बेंचो के समक्ष 300 नए फ्रेश मामले भी सूचीबद्ध किए जायेंगे.
सर्वोच्च अदालत में अब तक वेकेशन बेंचो द्वारा अवकाश के दौरान केवल अत्यावश्यक मामलों की सुनवाई की सामान्य प्रथा रही है.
लेकिन इस बार अवकाश के दौरान केवल अत्यावश्यक मामलों की सुनवाई की सामान्य प्रथा से हटकर नए मामलो की सुनवाई तय की है.
CJI डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने खुली अदालत में इसकी घोषणा की है.
सीजेआई ने कहा, "अवकाशकालिन जजों ने सहमति व्यक्त की है कि नए मामलों को अवकाश पीठों के समक्ष सूचीबद्ध किया जा सकता है. इसलिए 300 नए मामले सूचीबद्ध किए जायेंगे.
सीजेआई ने इसके साथ अवकाश के दौरान मामलो की सुनवई हाइब्रिड तरीके से किए जाने की घोषणा की है. उन्होने कहा कि हाइब्रिड सुनवाई भी संभव होगी ताकि अगर कोई अधिक सुविधाजनक जगह पर जाना चाहता है तो बहस कर सके.
हाइब्रिड सुनवाई के उन अधिवक्ताओं को बेहद फायदा होगा, जिन्होने अवकाश के दौरान छूट्टीया मनाने का पहले से ही प्लान कर रखा है लेकिन अपने क्लाइंट की आवश्यक्ता के चलते मुकदमें सूचीबद्ध कराने पड़ते है.
वेकेशन बेंच आमतौर पर उन मामलों की सुनवाई करती हैं जिनकी तत्काल सुनवाई की आवश्यकता होती है और नए मामलों को तभी लिया जाता है जब तत्काल राहत की आवश्यकता होती है या यदि संबंधित बेंच इसे सुनने के लिए सहमत होती है.
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी सुप्रीम कोर्ट में 22 मई सोमवार से रविवार 02 जुलाई 2022 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किये गये है. करीब डेढ माह के अवकाश के बाद 03 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में रेगुलर अदालतें लगेगी.
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पिछले वर्ष की तुलना में अपने अवकाश का सप्ताह कम कर दिया है.
पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष सुप्रीम कोर्ट के ग्रीष्मकालीन अवकाश में एक सप्ताह की छूट्टियां कम कर दी गयी है. वर्ष 2022—23 में ग्रीष्मकालीन अवकाश जहां 7 सप्ताह का था, वही इस बार यह 6 सप्ताह का ही रखा गया है.
लेकिन इस बार सीजेआई के स्पेशल निर्देश ग्रीष्मकालीन अवकाश के प्रथम सप्ताह में सप्ताहिक अवकाश के दिन यानी शनिवार और रविवार को वेकेशन बेंचे मामलो की सुनवाई करेगी.
सुप्रीम कोर्ट में यह पहली बार है जब ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान सप्ताहिक सप्ताहांत अवकाश के दिनों में भी अदालतें लगेगी.