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टाइटल डीड क्या होता है? और यह प्रॉपर्टी के Sale Deed से कैसे अलग है?

किसी संपत्ति का टाइटल डीड (Title Deed) उस संपत्ति के स्वामित्व (Ownership) को बताती है. सेल डीड, दो व्यक्तियों के बीच किसी संपत्ति के स्वामित्व के हस्तांतरण (Transfer of Property) को साबित करता है. किसी संपत्ति पर अपना स्वामित्व साबित करने के लिए आपके पास सेल डीड के साथ टाइटल डीड भी होना चाहिए.

Written by Satyam Kumar Published : November 10, 2024 4:42 PM IST

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टाइटल डीड

किसी संपत्ति का टाइटल डीड (Title Deed) उस संपत्ति के स्वामित्व (Ownership) को बताती है.

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संपत्ति की मिल्कियत

आसान शब्दों में, अगर किसी व्यक्ति के नाम पर किसी संपत्ति का टाइटल है, तो वह व्यक्ति कानूनन रूप से उस संपत्ति का मालिक है.

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संपत्ति की लीगल हिस्ट्री

टाइटल डीड में संपत्ति, उसकी बाउन्ड्री , लीगल हिस्ट्री और उसके ओनर के बारे में पूरी जानकारी होती है.

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टाइटल सूट

इसलिए संपत्ति पर कब्जे को लेकर दो व्यक्तिओं के बीच होनेवाले केस-मुकदमे को टाइटल सूट (Title Suit) कहा जाता है.

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संपत्ति का ट्रांसफर

वहीं, सेल डीड, दो व्यक्तियों के बीच किसी संपत्ति के स्वामित्व के हस्तांतरण (Transfer of Property) को साबित करता है.

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सेल डीड के साथ टाइटल डीड

बता दें कि सिर्फ सेल डीड के आधार पर संपत्ति के स्वामित्व पर दावा नहीं कर सकते हैं,

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साबित कर सकेंगे स्वामित्व

किसी संपत्ति पर अपना स्वामित्व साबित करने के लिए आपके पास सेल डीड के साथ टाइटल डीड भी होना चाहिए.

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सेल डीड रजिस्ट्रेशन

सेल डीड के रजिस्टर्ड होने के दौरान ही खरीददार के नाम पर संपत्ति का टाइटल बनाया जाता है.