नई दिल्ली: आज के समय में वकील अपने अभ्यास को सुव्यवस्थित करने का प्रयास करते रहे हैं. इस उद्देश्य के साथ वह कई नवीन अविष्कारों की ओर रुख कर रहे हैं और इन अविष्कारों में चैटजीपीटी (ChatGPT) सबसे ज़्यादा आशाजनक नज़र आ रहा है. अगर आपने अभी तक चैटजीपीटी (ChatGPT) के बारे में नहीं सुना है, तो अब इसके बारे में जानने का समय आ गया है. यह एक प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (Language Processing) कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरण (Artificial Intelligence Tool) है, जिसे नवंबर 2022 के अंत में जारी किया गया था.
चैटजीपीटी (ChatGPT) भाषा अनुवाद, लेख सारांश, लेख पूर्णता, लेख निर्माण, लेख वर्गीकरण और प्रश्न उत्तर जैसे कई अन्य भाषा संबंधी कार्य कर सकता है. इससे जुड़े सभी घटनाक्रम इसी ओर संकेत कर रहे हैं कि यह अत्याधुनिक तकनीक और इसके जैसे अन्य आधुनिक उपकरण आने वाले समय में कानून के अभ्यास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे.
सबसे पहले वकील इस AI Tool की मदद से अपने मुवक्किलों को बहुत सरल, भाषा में और बड़ी आसानी से कानूनी जानकारी या सहायता प्रदान कर पाएंगे. जैसे कि उन्हें उनके अधिकारों या किसी विशेष स्थिति में उनके लिए उपलब्ध विकल्पों को आसानी से समझा सकेंगे.
वकीलों द्वारा कानूनी अनुसंधान (Legal Research) में भी चैटजीपीटी (ChatGPT) का उपयोग किया जा सकता है. इस AI Tool की बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करने की क्षमता के साथ, वकील आज की तुलना में बहुत कम समय में अपना काम खत्म कर पाएंगे और अपने कीमती समय की बचत कर सकेंगे. इसी के साथ-साथ, उनके अनुसंधान की सटीकता में भी सुधार आएगा और इससे उन्हें यह समझने में भी मदद मिलेगी कि किसी एक विशेष मामले में कौन-कौन से कानून लागू हो रहे हैं.
इसके साथ ही चैटजीपीटी (ChatGPT), दस्तावेज़ों का मसौदा (Draft) तैयार करने में वकीलों की बहुत मदद कर सकता है, जिससे समय और संसाधनों की काफी बचत होगी.
यह AI Tool जटिल कानूनी दस्तावेज़ों को सारांशित करने में भी वकीलों की काफी सहायता कर सकता है. इससे वकीलों को जटिल कानूनी अनुबंधों (Contracts) और न्यायालयों के फैसलों के मुख्य बिंदुओं और तर्कों को समझने और पहचानने में मदद मिलेगी.
इसका उपयोग अनुबंधों के मुख्य खंडों और प्रावधानों की पहचान करने में और साथ-ही-साथ उसके नियमों और शर्तों का सारांश प्रदान करने के लिए किया जा सकता है. इससे अनुबंधों का विश्लेषण करने में वकीलों को बहुत सहायता मिलेगी.
इन सब चीज़ों के अलावा, यह शक्तिशाली AI Tool कानूनी तर्कों और उद्धरणों के लिए सुझाव प्रदान करके कानूनी लेख के सारांश और ज्ञापन (Memorandum) लिखने में भी सहायता कर सकता है.
हालांकि आपको बता दें कि चैटजीपीटी (ChatGPT) केवल एक उपकरण है और इसका इस्तेमाल मानव वकीलों के विकल्प के रूप में नहीं किया जा सकता है. यह वकीलों को उनके काम में सहायता कर सकता है, लेकिन यह एक वकील के मानवीय निर्णय, रचनात्मकता और सबसे महत्वपूर्ण सोचने की शक्ति को टक्कर देने में सक्षम नहीं है.
चैटजीपीटी (ChatGPT) का उपयोग वकीलों की कार्यक्षमता और दक्षता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है. वर्तमान में, इस AI Tool की कुछ सीमाएं हैं, और वकीलों को इस उपकरण पर ना ही पूरी तरह से भरोसा करना चाहिए और ना ही इस पर निर्भर होना चाहिए, इसका विवेकपूर्ण उपयोग वकील के अभ्यास के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.