महाराष्ट्र के ठाणे सेंट्रल जेल में कैदियों के लिए एक मोबाइल कानूनी सहायता क्लिनिक शुरु किया गया है जिससे कैदियों को ई-साक्षात्कार प्रणाली के माध्यम से अपने परिवार और कानूनी प्रतिनिधियों के साथ अधिक प्रभावी तरीके से संवाद करने में मदद मिल सकेगी. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) द्वारा सामाजिक संगठन ‘दर्द से हमदर्द तक’ के सहयोग से स्थापित की गई है. इस सुविधा का उद्घाटन सोमवार को किया गया. यह सुविधा एक वाहन के माध्यम से संचालित होगी. डीएलएसए ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह पहल कैदियों की अधिक संख्या वाली उन जेलों की महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करती हैं, जहां कैदियों को अपने परिवार और कानूनी सलाहकारों से संपर्क करने में काफी समय लगता है.
जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि मोबाइल कानूनी सहायता क्लिनिक का उद्देश्य कैदियों और उनके रिश्तेदारों- दोनों का उचित मार्गदर्शन तथा उनकी सहायता प्रदान करना है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एस. के. फोकमारे ने कैदियों के अधिकारों को मजबूत करने और कारावास के दौरान उन्हें उनके परिवारों के साथ महत्वपूर्ण संबंध बनाए रखने में मदद के लिए इस पहल के महत्व पर जोर दिया है. सामाजिक संगठन के कानूनी विशेषज्ञ सप्ताह में दो दिन, सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक क्लिनिक में उपलब्ध रहेंगे, और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त कानूनी सेवाएं और सहायता प्रदान करेंगे.