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मिलिए देश की पहली ट्रांसजेंडर वकील Padma Lakshmi से जो बन चुकी हैं अपने समुदाय में मिसाल

केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए लक्ष्मी को बधाई दी है. उद्योग मंत्री ने लक्ष्मी की एक फोटो शेयर करते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय की आवाज बनने के उनके दृष्टिकोण की तारीफ की है.

Written by My Lord Team |Published : March 20, 2023 1:44 PM IST

नई दिल्ली: इतिहास रचने के लिए अपने वर्तमान से लड़ना पड़ता है.समाज की जंजीरे सपनों को जकड़ने के लिए होती हैं, उन जंजीरों को तोड़कर अपने सपनों को हासिल करने वाले ही मिसाल कायम करते हैं. आज पद्मा लक्ष्मी मिसाल का वो चेहरा बन गई हैं जिनकी कामयाबी ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के प्रति समाज की सोच को बदलने पर मजबूर कर देगी. पद्मा लक्ष्मी केरल राज्य की पहली ट्रांसजेंडर वकील बन गई हैं. जिन पर आज उनके समुदाय के साथ - साथ पूरा देश गर्व कर रहा है.

केरल को अपना पहला ट्रांसजेंडर वकील तब मिला जब रविवार को ट्रांसवुमन पद्मा लक्ष्मी (Transwoman Padma Lakshmi) ने 19 मार्च को नामांकन समारोह में केरल की बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में इनरोल्ड हुईं.

जानकारी के लिए आपको बता दें कि पद्मा लक्ष्मी 1500 से अधिक लॉ ग्रेजुएट्स में से एक थीं. जिन्हें अधिवक्ता के रूप में केरल बार काउंसिल के रोल्स पर प्रवेश कराया गया. उन्होंने एर्नाकुलम गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से स्नातक किया है.

राज्य के उद्योग मंत्री ने दी बधाई

केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए लक्ष्मी को बधाई दी है. उद्योग मंत्री ने लक्ष्मी की एक फोटो शेयर करते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय की आवाज बनने के उनके दृष्टिकोण की तारीफ की है. उन्होने लिखा इनके समुदाय को लंबे समय से न्याय से वंचित रखा गया है. उनकी यह जर्नी समुदाय के कई अन्य लोगों को प्रेरित करेगी. उन्होंने अपने जीवन की सभी बाधाओं को पार किया है. प्रथम बनना हमेशा इतिहास की सबसे कठिन उपलब्धि होती है.

पहले ट्रांसजेंडर जज 

साल 2017 में जॉयता मंडल (Joyita Monda) के रुप में देश को अपना पहला पहला ट्रांसजेंडर जज मिला था. पश्चिम बंगाल में इस्लामपुर की लोक अदालत में जॉयता मंडल को जज नियुक्त किया गया था.

साल 2018 में ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता विद्या कांबले (Vidya Kamble) को महाराष्ट्र के नागपुर में एक लोक अदालत में जज नियुक्त किया गया था.

उसी साल बाद में देश को तीसरा ट्रांसजेंडर जज स्वाति बिधान बरुआ मिली (Swati Bidhan Baruah) जो गुवाहाटी की रहने वाली हैं.