नई दिल्ली: Shanghai Cooperation Organisation के सदस्य देशों के सुप्रीम कोर्ट मुख्य न्यायाधीशों की 18 वीं बैठक आज से नई दिल्ली में आयोजित होगी. भारतीय सुप्रीम कोर्ट इस बैठक की मेजबानी करने जा रहा है.
एससीओ के सदस्य राज्यों के बीच न्यायिक सहयोग और समन्वय विकसित करने के उद्देश्य से 10 से 12 मार्च तक इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है.
SCO के इस 18वें सम्मेलन में 11 देशों के मुख्य न्यायाधीशों के शामिल होने की संभावना है. वही अब तक पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश के शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ है.
संगठन की इस 18 वीं बैठक को भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चन्द्रचूड़, सीनियर मोस्ट जज जस्टिस एस के कौल और जस्टिस के एम जोसेफ शामिल होंगे.
सीजेआई चन्द्रचूड़ इस बैठक में "स्मार्ट कोर्ट और न्यायपालिका के भविष्य विषय पर अपना संबोधन देंगे, वही जस्टिस एस के कौल "न्याय तक पहुंच" को सुगम बनाने और जस्टिस के एम जोसेफ न्यायपालिका के सामने संस्थागत चुनौतियां विषय पर अपना संबोधन देंगे.
SCO के सदस्य देशो के सुप्रीम कोर्ट मुख्य न्यायाधीशों की पहली बैठक 22 सितंबर 2006 को शंघाई (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) में आयोजित की गई थी.तब से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के बीच बातचीत के लिए संगठन में एक विशेष दर्जा हासिल कर लिया है.
चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस और तजाकिस्तान ने वर्ष 1996 मेॱ "शंघाई V" नाम से संगठन की स्थापना शंघाई मेऺ की थी.
वर्ष 2001 मेॱ शंघाई मे ही आयोजित शिखर सम्मेलन में उज्बेकिस्तान को भी इसमें शामिल किया गया जिसके बाद इसका नाम "शंघाई VI" के रूप में बदल दिया गया. जिसे अब शंघाई सहयोग संगठन ( Shanghai Cooperation Organisation) या SCO के नाम से जाना जाता है.
वर्ष 2017 में भारत भी इस महत्वपूर्ण Shanghai Cooperation Organisation का एक सदस्य बना.
इस संगठन का मुख्यालय चीन के बीजिंग में है इसको peace mission 2018 Russia के charbakul में हुआ जिसमें भारत और पाकिस्तान की army ने पहली बार भाग लिया.
एससीओ के सदस्यों में अब चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया एससीओ पर्यवेक्षकों का गठन करते हैं जबकि आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल एससीओ के dialogue partners के रूप में भागीदार हैं.
संगठन के देशों के बीच सभी क्षेत्रों में विकास के लिए बाद में न्यायपालिका भी शामिल हुई और सदस्य देशों के सुप्रीम कोर्ट अध्यक्ष या मुख्य न्यायाधीशों की बैठक भी शुरू हुई.
वर्ष 2022 में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के सुप्रीम कोर्ट अध्यक्षों के सम्मेलन में भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन्ना की ओर से सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज जस्टिस अजय रस्तोगी ने शिरकत की थी.SCO यह 17वां सम्मेलन 18-19 अगस्त 2022 को ताजिकिस्तान के दुशांबे में आयोजित हुआ था.
भारत की ओर से जस्टिस रस्तोगी ने सम्मेलन में वैकल्पिक विवाद समाधान- भारतीय अनुभव और प्रभावशीलता और साइबर अपराध मामलों में एससीओ सदस्य देशों का अनुभव विषय पर व्याख्यान दिया था.
SCO की इसी सम्मेलन में नई दिल्ली में 18 वें सम्मेलन की अध्यक्षता भारत को सौंपी गई थी.
एससीओ सदस्य देशों के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों/अध्यक्षों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. बैठक में "स्मार्ट कोर्ट", "न्याय तक पहुंच" को सुगम बनाना, न्यायपालिका के सामने संस्थागत चुनौतियाँ— विलंब, अवसंरचना, प्रतिनिधित्व और पारदर्शिता के साथ न्यायपालिका के भविष्य पर चर्चा की
जाएगी.
बैठक में मुख्य न्यायाधीशों/अध्यक्षों/सदस्य/पर्यवेक्षक राज्यों के न्यायाधीशों और एससीओ सचिवालय और एससीओ आरएटीएस के प्रतिनिधियों के साथ एक संयुक्त बातचीत शामिल होगी और अंत में एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त होगी.