पहाड़ी-दूरदराज इलाकों में Tourists की सुरक्षा की मांग से जुड़ी याचिका Supreme Court ने की खारिज
आज सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के पहाड़ी इलाकों में पर्यटकों की सुरक्षा की मांग करने वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया. याचिका हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर दायर की गई थी जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि यह जनहित याचिका केवल प्रचार के लिए दायर की गई है, इसमें कोई सार्वजनिक हित नहीं है. याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि यह पहला मौका था जब जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, इसलिए वह उनकी सुरक्षा के लिए निर्देश चाहता था. अदालत ने अपने आदेश में कहा कि याचिकाकर्ता लगातार ऐसी जनहित याचिकाएं दायर कर रहा है जिनका मुख्य उद्देश्य प्रचार प्राप्त करना प्रतीत होता है, उनकी मंशा जनहित से जुड़ी नहीं दिखाई पड़ती. सुप्रीम कोर्ट ने भारी जुर्माना लगावेन की हिदायत के साथ इस मामले की सुनवाई को खारिज कर दिया है.
पर्यटकों की सुरक्षा की मांग
बता दें कि याचिकाकर्ता ने दावा किया कि यह पहली बार है जब पर्यटकों को इस तरह से टार्गेट किया गया और इतनी बड़ी संख्या में उनकी जान ली गई. याचिका में कहा गया है कि यह मामला देश के उन लोगों की सुरक्षा के सवाल को उठाता है, जो आमतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों और घाटियों जैसे जम्मू और कश्मीर में पर्यटन के लिए आते हैं और पर्यटकों और आम लोगों के लिए सुरक्षा कार्यक्रमों और दिशानिर्देशों की कमी है. अब लोगों को बताने का समय आ गया है कि उन्हें बताया जाए कि जब आतंकवादी हमला होता है, तो उन्हें कैसे बचना चाहिए, तुरंत सहायता कैसे प्राप्त करें और खुद को कैसे छुपाना चाहिए. याचिका में कहा गया है कि पहलगाम में पर्यटक आतंकवादियों के लिए आसान लक्ष्य बन गए हैं, क्योंकि वे आमतौर पर असुरक्षित और बिना किसी सुरक्षा के थे.
पहलगाम आतंकवादी हमला
यह याचिका पहलगाम आतंकवादी हमले को ध्यान में रखकर दायर की गई है. यह हमला बाइसरण घाटी में हुआ, जो कि एक छोटा सा घास का मैदान है और पहलगाम बाजार से 3 से 4 किमी दूर है और पर्यटक वहां पहुंचने के लिए घोड़ों का उपयोग करते हैं क्योंकि वहां कोई मोटर योग्य सड़क नहीं है. गवाहों के अनुसार, एक आतंकवादियों का समूह पास के जंगलों से बाहर आया और नागरिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे. इस अचानक और बर्बर हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें एक आईबी अधिकारी भी था और दर्जनों घायल हुए. रिपोर्टों के अनुसार, दो से तीन आतंकवादी, जो सेना की वर्दी पहने हुए थे, आए और बाइसरण क्षेत्र में घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों पर गोलीबारी की.
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