अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया का प्लेन क्रेश, पीड़ितों परिवारों के प्रति CJI गवई ने व्यक्त की संवेदना
भारत के चीफ जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई और सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायाधीशों ने लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान के अहमदाबाद में बृहस्पतिवार को दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण प्रभावित हुए परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. शीर्ष अदालत की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि भारत के प्रधान न्यायाधीश और उच्चतम न्यायालय के उनके अन्य साथी न्यायाधीश एवं रजिस्ट्री के अधिकारी आज अहमदाबाद में हुई दुखद हवाई दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.
चीफ जस्टिस बीआर गवई ने बी जे मेडिकल कॉलेज के निवासियों के लिए भी अपनी चिंता व्यक्त की, जहां लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ. इस दुर्घटना से परिसर की इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है. सीजेआई ने कहा कि इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना उनके साथ हैं. विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट मेघाणी नगर में शहर के सिविल अस्पताल और बी जे मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ के आवासीय क्वार्टर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एक आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे.अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान AI171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर) में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे. इस प्लेन में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे. घटना के घंटों बाद भी मृतकों की आधिकारिक संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के मारे जाने की आशंका है. यह देश के इतिहास की सबसे भयावह विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है. बता दें कि यह वर्ष 2020 के बाद भारत में दूसरी सबसे बड़ी विमान दुर्घटना है. 2020 में केरल के कोझीकोड में एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान एक भीगे रनवे से फिसल गई थी और दो टुकड़ों में बंट गई थी. कोझीकोड दुर्घटना में 190 यात्रियों में से 21 लोगों की जान गई थी, जिसमें दो पायलट भी शामिल थे.
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