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भारत के इन राज्यों में लीगल हैं Online Gambling, लाखों लोग लगाते हैं पैसा

अक्सर लोगों के मन में Online Gambling और Betting Apps को लेकर कई भ्रम होते हैं और जानकारी के अभाव के कारण लोग वित्तिय जोखिम में पड़ जाते हैं. चलिए आज समझते है, भारत में online betting को लेकर कानून क्या कहता है और ये कहां वैध है और कहां अवैध.

Written By My Lord Team | Published : March 17, 2023 7:33 AM IST

नई दिल्ली : भारत में Online Gambling और Betting Apps को लेकर भ्रम बना रहता है. कई लोगों के जहन में सवाल रहता है, कि क्या ये एप्स India में लीगल हैं? क्या इन्हें इस्तेमाल करना सुरक्षित है? इन सवालों का कोई सीध सीधा जवाब खोज पाना थोड़ा मुश्किल है. एक ओर centeral government है जो लगातार इन apps के खिलाफ एडवाइजरी जारी कर रही है, तो वहीं कुछ राज्य सरकारें हैं, जिनके द्वारा इन online gaming and gambling को लीगल बताया गया है. ऐसे में ये उलझन और अधिक बढ़ जाती है. इसलिए चलिए आज समझते है, भारत में online betting को लेकर कानून क्या कहता है और ये कहां वैध है और कहां अवैध.

किन राज्यों में online gaming legal हैं?

भारत में ऑनलाइन गैंबलिंग को लेकर तो कोई एक कानून नहीं है,जो पूरे देश में इसे रेगुलेट करता हो. लेकिन कुछ राज्य ऐसे जरूर हैं, जिनके द्वारा खुद कुछ कानून बनाकर बैटिंग लीगल की गई है. भारत में सिक्किम पहला ऐसा राज्य था,जिसने ऑनलाइन गैंबलिंग को लेकर कानून बनाने पर विचार किया.

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सिक्किम ने ऑनलाइन गैंबलिंग को लेकर कानून (The Sikkim Online Gaming (Regulation) Act, 2008 ) बनाया था. जिसके तहत तीन अलग अलग प्रकार के लाइसेंस जारी किये गए थे और उनके जरिये इसे रेगुलेट करने की बात कही गई थी.

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सिक्किम के द्वारा अपने राज्य में ऑनलाइन लॉटरी को भी लीगल किया गया है. सिक्किम के अलावा गोवा भी एक ऐसा राज्य है जिसने ऑनलाइन गैंबलिंग को लीगल किया है. वही दमन में भी ऑनलाइन गैंबलिंग वैध है.

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इन राज्यों में बेटिंग और गैंबलिंग पूरी तरह अवैध

भारत में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दो ऐसे राज्य है, जिन्हौने अपने राज्यों में online and offline betting, gambling को ban किया है. तमिलनाडु सरकार भी राज्य में ऑनलाइन गैंबलिंग को रोकने के लिए कानून बनाने पर विचार कर रहा है. इसके लिए तमिल नाडु विधानसभा में एक बिल भी पेश किया गया.

ये बिल 19 अक्टूबर 2022 को विधानसभा से पास भी हो गया. लेकिन तमिल नाडु के राजयपाल एन रवि के द्वारा 4 महीने बाद इस बिल को वापस लौटा दिया गया. अब Tamil Nadu Government इस बिल को पुनः सदन के पटल पर रखने की बात कर रही है.

वर्तमान में गैंबलिंग को लेकर कानून

इस वक़्त भारत में कोई ऐसा कानून नहीं है, जो सम्पूर्ण देश में ऑनलाइन गैंबलिंग को रेगुलेट करता हो.हालाँकि offline Gambling and betting को लेकर कानून जरूर है. The Public Gambling Act, 1867 के जरिये भारत में सट्टेबाज़ी पर नकेल कसी जाती है. लेकिन ये कानून उस ज़माने में बनाया गया था, जब इंटरनेट का कोई जिक्र भी नहीं था. इसलिए इससे ऑनलाइन गैंबलिंग या बैटिंग पर रोक लगा पाना मुश्किल काम लगता है. हालाँकि ये इस काम में कुछ मदद जरूर करता है.

The Public Gambling Act, 1867 बैटिंग या गैंबलिंग को दो भागों में बांटता है.

1- Game of chance

2-Game of skill

1- Game of chance - अगर आप किसी खेल में पैसा लगा रहे है और उसमें परिणाम, फायदा,नुक्सान सभी किस्मत पर आधारित है.ये Game of chance कहलाता है. ये इंडिया में अवैध है.

2- Game of skill - अगर किसी खेल को खेलते हुए आप अपनी skills का इस्तेमाल करते है और उसके जरिये पैसे कमाते है, तो ये Game of skill कहलाता है.

इसी वजह से भारत में आपको दो प्रकार के बेटिंग एप्स मिलेंगें. पहले, जो पूरी तरह Game of chance पर चलते है. इन्हें अवैध भी माना जाता है और इन एप्स के खिलाफ सरकार लगातार एडवाइजरी जारी करती रहती है. इसमें 1xbet ,betway, fairplay जैसे कई एप्स शामिल हैं.

वहीं दूसरी ओर वो एप्स है, जो Game of skill पर काम करते हैं. ये एप्स भारत में पंजीकृत भी है. ये सरकार को टैक्स भी देते है और इन्हें fantasy sports apps के नाम से जाना जाता है. इसमें dream 11, my11circle जैसे एप्स शामिल हैं.

क्या है सजा का प्रावधान

The Public Gambling Act,1867 में प्रावधान किया गया है कि अगर कोई सट्टेबाज़ी करवाता या करता है, तो उसे 200 रूपये का जुर्माना और 3 महीने की सज़ा का प्रावधान है.

कितना बड़ा है ऑनलाइन बेटिंग और गैंबलिंग मार्किट

एक रिपोर्ट के अनुसार भारत्त में 80 फीसदी लोग साल में एक न एक बार बैटिंग जरूर करते हैं. एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2017 से 2020 के बीच online gaming market में हर साल 38 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है. जबकि इसी दौरान चीन में 8 फीसदी और अमेरिका में 10 फीसदी की ग्रोथ रेट दर्ज की गई. इस रिपोर्ट में अंदाजा लगाया गया है की साल 2025 तक भारत में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री करीब 5 बिलियन USD के आकड़े को छू जाएगी.