राम ने सेतु बनाकर भारत को श्रीलंका से जोड़ा, और लोग उनका उत्सव सड़क जाम कर मना रहे, Rajasthan High Court ने की टिप्पणी
राजस्थान हाईकोर्ट ने सोमवार के दिन राज्य में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान विधि-व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की. इस दौरान हाईकोर्ट ने पुलिस और जिला प्रशासन के रवैये की कड़ी आलोचना की.
हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
राजस्थान हाईकोर्ट ने सड़क जाम करने के विषय को स्वत: संज्ञान में लिया. जस्टिस दिनेश मेहता की बेंच ने कहा,
" राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के चलते सारा देश उत्सव मना रहा है. लेकिन असली उत्सव तब होगा जब समाज राम के आदर्शों और गुणों को अपने आचरण में लाएगा, जिसे राम ने अपनाया था"
Also Read
- जयपुर में बम रखने वाले चार आतंकवादियों को राजस्थान हाई कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
- 'नाबालिग का ब्रेस्ट पकड़ना Attempt to Rape नहीं', इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने बताया 'असंवेदनशील'
- अगर भविष्य में ऐसा हुआ तो जरूर न्यायिक संज्ञान लेंगे, सुप्रीम कोर्ट ने राकेश अस्थाना के पुलिस कमिश्नर नियुक्त करने से जुड़ी याचिका बंद की
कोर्ट ने राज्य के लोगों के द्वारा राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को सेलिब्रेट करने के लिए सड़क जाम करने पर आपत्ति जताई. कोर्ट ने कहा, कि
"राम ने समुद्र में सेतु बनाकर देश को श्रीलंका से जोड़ने का काम किया. वहीं, लोग सड़क जाम कर राम के नाम पर उत्सव बना रहे हैं."
हाईकोर्ट आनेवाली सड़कों पर न लगे जाम
कोर्ट ने मामले में निर्देश देते हुए कहा, कि पुलिस कमिश्नर और जिला प्रशासन ध्यान रखें कि आगे से किसी जुलूस, धरना और प्रदर्शन के लिए हाईकोर्ट तक आनेवाली सड़कों को जाम नहीं किया जाए.
जिला प्रशासन ने हाईकोर्ट को सूचित करते हुए कहा कि सड़क से ब्लाकेज पूरी तरह से हटा दिए गए है. वहीं, मामले में प्रशासन की ओर से एडिश्नल एजवोकेट जनरल अनिल जोशी पेश हुए है.