पंजाब के मेडिकल कॉलेज से एक भी MBBS ग्रेजुएट नहीं, अब हाईकोर्ट ने छात्रों के कॉलेज ट्रांसफर को लेकर दिए निर्देश
White Medical College: पंजाब के पठानकोट में एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज (Private Medical College) है. नाम व्हाइट मेडिकल कॉलेज है. पहले यह चिंतपूर्णी कॉलेज के नाम से प्रसिद्ध था. इस मेडिकल कॉलेज की चर्चा उसके नाम से नहीं, बल्कि पिछले 13 सालों में अब तक इस कॉलेज से एक भी छात्र को ग्रेजुएट होने में सफलता नहीं मिली है, के कारण है. कॉलेज की लचर व्यवस्था को लेकर छात्रों ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का रूख किया. अदालत ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) को इस कॉलेज के छात्रों को दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं. बताते चलें कि NMC देश में चिकित्सा व्यवस्था और चिकित्सा के मामलों पर नजर रखती है.
पंजाब एंड हाईकोर्ट ने NMC को दिए निर्देश
जनवरी 2024 में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने NMC को व्हाइट मेडिकल कॉलेज के 258 एमबीबीएस छात्रों को दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए थे. अदालत ने एडमिशन से जुड़े शेयरहोल्डर्स को 16 हफ्ते के भीतर छात्रों को अन्य कॉलेज में शिफ्ट करने का निर्देश दिया.वहीं, NMC ने भी कॉलेज के खिलाफ आती शिकायतों को ध्यान में रखते हुए उसकी मान्यता को रद्द की है. उसे रिन्यू करने से इंकार किया है.
चिंतपूर्णी कॉलेज का विवाद नया नहीं!
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चिंतपूर्णी मेडिकल कॉलेज पर MBBS पाठ्यक्रम के चलाने के अनुकूल बुनियादी ढांचे में खामियों के आरोप लगते रहे हैं. इसके चलते साल 2016 में इस कॉलेज को बंद करा दिया गया. साल 2021 में कॉलेज में MBBS को लेकर नामांकन शुरू हुए. नामांकन 2022 में भी हुआ, लेकिन इसके बाद इसे बुनियादी खामियों को लेकर दोबारा से बंद कर दिया गया.