Rau's IAS के मालिक और संचालक को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें क्या लगे आरोप-किन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ?
Rau's IAS Coordinator: दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर की घटना है जहां 27 जुलाई की देर रात एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर Rau's IAS के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई. घटना के बाद छात्र सड़क पर ऊपर चुके हैं. प्रदर्शन के बाद पुलिस ने राव स्टडी सर्किल के कोचिंग मालिक एवं संचालक को गिरफ्तार किया है.
BNS के तहत दर्ज हुई राव आईएएस के मालिक के खिलाफ FIR
ओल्ड राजिंदर नगर के स्थानीय पुलिस ने कोचिंग मालिक एवं संचालक को गिरफ्तार किया है. बेसमेंट मे छात्रों की मौत के मामले में पुलिस ने BNS की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 के तहत FIR दर्ज की है.
बीएनएस की धारा 105: गैर इरादतन हत्या (Punishment For Culpable Homicide Not Amounting For Murder)
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बीएनएस की धारा 106: लापरवाही से मौत का कारण बनना (Causing Death By Negligence)
बीएनएस की धारा 152: भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाला कार्य (a new offence which punishes any act which endangers sovereignty or unity and integrity of India)
बीएनएस की धारा 290: इमारतों को गिराने, उनकी मरम्मत करने या निर्माण लापरवाही आचरण
बीएनएस की धारा 35: शरीर और निजी रक्षा का अधिकार
BNS की धाराओं में सजा का प्रावधान;
बीएनएस की धारा 105 के अनुसार, किसी दोषी पाए जानेवाले व्यक्ति को आजीवन कारावास, पांच से दस साल जेल की सजा और जुर्माने की सजा दी जा सकती है. बीएनएस की धारा 106 में दोषी पाए जानेवाले व्यक्ति को अधिकतम 5 साल जेल की सजा व जुर्माने की सजा होगी. बीएनएस की धारा 152 (Sedition की जगह लाई गई है) के तहत दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास या 7 साल की सजा का प्रावधान है. बीएनएस की धारा 290 में दोषी पाए जाने पर 6 महीने सजा या 5000 जुर्माना या दोनो सजाएं हो सकती है.
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों, श्रेया यादव (अंबेडकर नगर, यूपी) तानिया सोनी (तेलंगाना) और नेविन डेल्विन (केरल) को अपनी जान गवानी पड़ी.
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट तक पानी कैसे पहुंचा?
डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन और एडिशनल डीसीपी सचिन शर्मा घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. अधिकारियों ने जांच को लेकर कहा कि वे जल्द ही पता लगाएगी की बेसमेंट तक पानी कैसे पहुंचा और वहां पर लाइब्रेरी क्यों चल रही थी?
27 जुलाई के दिन दिल्ली में जमकर बारिश हो रही थी. सड़क बारिश के पानी से लबालब भरी थी. छात्र राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेंसमेंट में बनी लाइब्रेबी में पढ़ रहे थे, कि अचानक बेसमेंट में पानी भरने लगी, लगभग तीन मिनट के अंदर ही बेसमेंट पूरी तरह पानी से भर गई. इसके चलते तीन छात्रों को अपनी जान गवानी पड़ी.
- ऐसे में सवाल ये कि अचानक से कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी कैसे भरने लगी?
- दूसरा सवाल कि बेसमेंट का लाइब्रेरी के तौर पर प्रयोग नियमों के अनुसार है या नहीं?
दूसरा देखना दिलचस्प होगा कि मामले में अदालक आगे क्या निर्णय लेती है?