बिहार के भागलपुर जिले में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिराने पर पटना हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट
पटना: बिहार के अगुआनी घाट-सुल्तानगंज निर्माणाधीन पुल के दो बार गिर जाने पर दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पटना उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. साथ ही, कोर्ट ने निर्माण करा रही कंपनी एसपी सिंगला के एमडी को भी तलब किया है।
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, निर्माणाधीन पुल के दो बार गिर जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है, क्योंकि सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कांग्रेस के नेता भी इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहते है।
बता दे की पिछले विधानसभा चुनाव में सुल्तानगंज विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके ललन कुमार ने अपनी जनहित याचिका में पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराने की गुहार लगाई।
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रिपोर्ट के अनुसार, याचिका में कहा गया है कि इस पुल के निर्माण की लागत अनुमानतः 1710 करोड़ रुपए थी, और इसे 2019 में ही पूरा किया जाना था, लेकिन घटिया सामग्री के इस्तेमाल की वजह से यह पुल दो बार गिर चुका है।
पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति पूर्णेंदु सिंह की पीठ ने कांग्रेस के नेता ललन कुमार द्वारा दायर की गई एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर सुनवाई करते हुए पुल के निर्माण फर्म, मेसर्स एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्रा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ 21 जून को अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
अदालत ने सरकार से अनुमोदित पुल के डिजाइन रिपोर्ट भी मांगी है, तथा पुल गिरने के मामले में सरकार द्वारा अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों के खिलाफ की गई कारवाई की रिपोर्ट भी मांगी है। यहां बता दे कि विपक्ष भी इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग कर रहा है।
भरभराकर गंगा नदी में गिरा पुल
बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर 1710.77 करोड़ की लागत से बन रहा फोरलेन पुल जो की उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने के योजना के तहत बन रहा था, वाली रविवार (जून ४) शाम 6.15 बजे अचानक भरभराकर गंगा नदी में समा गया।
बिहार के भागलपुर जिले में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया। भागलपुर को खगड़िया जिले से जोड़ने वाले गंगा नदी पर निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के चार-पांच खंभे गंगा नदी में गिर गये। इसके बारे कहा जाता है कि करीब 1710 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा यह पुल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले 29 अप्रैल २०२२ की रात आंधी आने के कारण पिलर संख्या पांच से चार और छह को जोड़ने वाले सुपरस्ट्रक्चर के 36 स्पैन गिर गए थे। बता दें कि एक साल बाद भी वह काम दोबारा शुरू नहीं हो पाया और पीर से यह दुर्घटना घटित हो गई .