जीवन बीमा के बाद अब LIC हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में आने की तैयारी में जुटी, इन नियमों के चलते रूकी थी
LIC In Health Insurance Sector: लाइफ इंश्योरेंस ऑफ इंडिया (LIC) हेल्थ इंश्योरेंस के सेक्टर में उतरने को तैयार है. मौजूदा जानकारी के अनुसार LIC हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में पहले से मौजूद किसी कंपनी को अधिग्रहित करने पर विचार कर रही है. LIC का ये फैसला इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट ऑफ इंडिया (IRDAI) की ओर से कंपोजिट लाइसेंस देने के प्रस्ताव के बाद आया है.
कम्पोजिट लाइसेंसिंग से क्या बदलाव आएगा?
अब तक बीमा अधिनियम, 1938 और IRDAI के नियमों के मुताबिक, बीमा करने वाली कंपनी को समग्र लाइसेंसिंग की अनुमति नहीं है. दूसरे शब्दों, अगर कंपनी जीवन बीमा कर रही है, तो वह हेल्थ इंश्योरेंस, जनरल या किसी अन्य प्रकार का बीमा नहीं कर सकती है. जैसे LIC जीवन बीमा करती है, तो वह अब तक हेल्थ इंश्योरेंस या किसी अन्य सेक्टर में बीमा नहीं करती है.
कम्पोजिट लाइसेंसिंग के प्रावधान आने के बाद इसमें बदलाव आएंगे, LIC एक से अधिक सेक्टर में बीमा सेवा देने के रास्ते खुल जाएंगे.
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LIC चेयरमैन ने भी प्रतिक्रिया दी
जीवन बीमा आने के बाद अब LIC हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में आने की तैयारी कर रही है. LIC के इस फैसले पर वर्तमान चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने बताया कि कम्पोजिट लाइसेंस के प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है. इसे देखते हुए ही हम हेल्थ सेक्टर में रूची दिखा रहे हैं. हमने इसे लेकर ग्राउंड लेवल पर भी कुछ काम किया है.
ETlegal World की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी नेता जयंत सिंहा की अगुवाई वाली कमिटी ने कम्पोजिट लाइसेंस लाने का सुझाव दिया है, जिसके बाद से भारत में बीमा सेक्टर में कार्यरत कोई भी कंपनी जीवन, हेल्थ या जनरल इंश्योरेंस में एक ही लाइसेंस पर काम कर सकती है.
बीमा एक्ट में होगी बदलाव!
लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां केवल हेल्थ इंश्योरेंस के तहत लॉन्ग टर्म बेनिफिट दे सकती है, लेकिन इन्हें अस्पताल में भर्ती होने के बाद तत्काल सुविधा देने के लिए बीमा एक्ट में संशोधन करने की जरूरत होगी. इसके लिए कंपनियों के खर्च और अनुपालन के बोझ को कम करने के लिए कंपोजिट इंश्योरेंस लाने को लेकर विचार कर रही है.