लंबित मामलों को कम करने के लिए वकील करें टेक्नोलॉजी का उपयोग: Kerala HC के सेवानिवृत्त न्यायाधीश चाली
कोच्चि: केरल हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति शाजी पी चाली ने सोमवार को रिटायर होने से पहले वकीलों से यह आग्रह किया की वह वादियों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए तकनीकी प्रगति की शक्ति का उपयोग करें.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, बीते शुक्रवार को जस्टिस चेली के सेवा से सेवानिवृत्ति के अवसर पर उनके सम्मान में फुल कोर्ट रेफरेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां उन्होंने बार काउंसिल से अनुरोध किया कि लंबित मामलों को कम करने के लिए पुरानी दीवानी और फौजदारी अपीलों को निपटाने में अदालत की मदद करें.
बार काउंसिल दें अपना समर्थन
आगे उन्होंने कहा कि "मैं बार काउंसिल के सदस्यों से अनुरोध करता हूं कि वे हमारी कानूनी प्रणाली में तकनीकी प्रगति का उपयोग करें, खासकर तब जब केंद्र और राज्य सरकारें बुनियादी ढांचे और तकनीकी विकास के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध करा रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने बार काउंसिल के सदस्यों से यह भी अनुरोध किया कि वो उन पुरानी सिविल अपीलों, आपराधिक अपीलों और पुनरीक्षणों के निपटान के लिए अपने पूर्ण समर्थन का विस्तार करें, जो इस अदालत के समक्ष लंबित मामलों की कुल संख्या को बढ़ाता है."
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जस्टिस चाली ने कहा, "कानूनी व्यवस्था में जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए यह एक आवश्यक शर्त है, जो समाज में शांति, सद्भाव और संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है."
पहली पीढ़ी के वकील
इस मौके पर चाली ने आगे कहा कि "मैं Computerisation को एक क्रांति के रूप में देखता हूं जो रूढ़िवादी अदालत पर निर्भर न्यायिक प्रणाली को प्रौद्योगिकी आधारित न्यायिक सक्रियता के एक मंच में बदल देता है, जिससे आम आदमी स्थान और सीमा से परे कार्यवाही में भाग लेने में सक्षम हो जाता है."
इस मौके पर, एडवोकेट जनरल के गोपालकृष्ण कुरुप ने कहा कि जस्टिस चाली पहली पीढ़ी के वकील थे और इस क्षेत्र में उनकी सफलता केवल लगातार कड़ी मेहनत के कारण थी.
एजेंसी के मुताबिक, कुरूप ने आगे कहा कि, "पहली पीढ़ी का वकील होना सफलता की राह को और अधिक कठिन बना देता है".
बार के सक्रिय सदस्य
2015 में न्यायाधीश के रूप में अपनी पदोन्नति से पहले, न्यायमूर्ति चाली बार के एक अत्यंत सक्रिय सदस्य थे और केरल हाई कोर्ट अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे.
प्रधान न्यायाधीश एस वी भट्टी (Chief Justice SV Bhatti) ने बार के साथ सुचारू रूप से काम करने की जस्टिस चाली की क्षमता की बात की. Chief Justice ने कहा की "कानून की विभिन्न शाखाओं में उनके मामलों का निपटान इस अदालत के एक न्यायाधीश के रूप में उनके योगदान के बारे में बहुत कुछ बताता है."