Justice TS Sivagnanam बने कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, एक माह तक रहे Acting CJ
नई दिल्ली: Calcutta High Court के वरिष्ठ जज Justice TS Sivagnanam को Calcutta High Court का पूर्ण मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को केन्द्र की मंजूरी के बाद सोमवार देर शाम राष्ट्रपति द्वारा Justice TS Sivagnanam का नियुक्ति वारंट जारी किया गया.
Justice TS Sivagnanam इस साल 31 मार्च से ही Calcutta High Court के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं।
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कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश Justice Prakash Shrivastava के 30 मार्च को सेवानिवृत होने के बाद से ही वे कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे थे.
फरवरी में हुई थी सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 9 फरवरी को ही Justice TS Sivagnanam को कलकत्ता हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाने को लेकर केन्द्र को सिफारिश भेजी थी.
लेकिन मार्च के अंतिम सप्ताह में केन्द्र सरकार ने Justice TS Sivagnanam को हाईकोर्ट के पूर्ण मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश को स्वीकर करने की जगह कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था.
Justice TS Sivagnanam मूल मद्रास हाईकोर्ट के जज है और वर्तमान में देश की उच्च न्यायपालिका में मद्रास हाईकोर्ट के प्रतिनिधित्व के रूप में केवल केरल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश Justice S Manikumar ही है.
मद्रास हाईकोर्ट को प्रतिनिधित्व देने के लिए ही Justice TS Sivagnanam को कलकत्ता हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश कॉलेजियम ने की थी.
मूल मद्रास हाईकोर्ट के जज
16 सितंबर 1963 को जन्मे Justice TS Sivagnanam ने Loyola College, Chennai से BSc और Madras Law College से LLB करने के बाद सितंबर 1986 में वकील के रूप में पंजीकृत हुए.
करीब 23 वर्ष के वकालत के अनुभव के बाद 31 मार्च 2009 को उन्हे मद्रास हाईकोर्ट में एडिशनल जज नियुक्ति किया गया. दो साल बाद उन्हे पदोन्नति देते हुए 29 मार्च 2011 को स्थायी जज के रूप में नियुक्ति दी गई.
मद्रास हाईकोर्ट में 10 वर्ष तक जज रहने के बाद अक्टूबर 2021 को उन्हे कलकत्ता हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया.
Justice TS Sivagnanam इस साल 31 मार्च से Calcutta High Court के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं।
मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल 15 सितंबर, 2025 तक रहेगा, न्यायपालिका के कानूनविद उन्हे देश की सर्वोच्च अदालत के जज के तौर पर भी देखते है.