SC में अंतिम कार्यदिवस पर जस्टिस दिनेश माहेश्वरी ने अधिवक्ताओं से कहा 'कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं'
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस दिनेश माहेश्वरी रविवार 14 मई को सेवानिवृत होने जा रहे है. शुक्रवार का दिन जस्टिस दिनेश माहेश्वरी का सुप्रीम कोर्ट में सेवानिवृति से पूर्व अंतिम कार्यदिवस रहा.
अंतिम कार्यदिवस के मौके पर जस्टिस माहेश्वरी, मुख्य न्यायाधीश डी वाई चन्द्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा के साथ ceremonial bench में शामिल हुए.
शुक्रवार को न्यायालय समय शुरू होने के साथ ही जस्टिस दिनेश माहेश्वरी को बार और बेंच की ओर औपचारिक तौर पर विदाई दी गयी. इस मौके पर बैंच में मौजूद सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ के साथ ही जस्टिस दिनेश माहेश्वरी ने अपने अनुभव साझा किए.
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'कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नही'
Ceremonial bench के समक्ष अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए जस्टिस दिनेश माहेश्वरी ने कहा कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है. जस्टिस माहेश्वरी ने कहा कि मैंने एक निचली अदालत के वकील के रूप में शुरुआत की थी, उन्होने कहा कि इस वक्त 'मिस यू' कहने के साथ थोड़ा दुख भी होता है, तो मैं इसे 'रिमेंबर यू' के रूप में बदल रहा हॅू.
जस्टिस माहेश्वरी ने अपनी सेवानिवृति पर उन सभी का आभार जताया जिन्होने अब तक के सफर में साथ दिया. उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में उनका कोई भी काम टीम-वर्क के बिना संभव नहीं होता, और उन्होंने बार के सदस्यों, साथी जजो, कानून के क्लर्कों और अन्य लोगों के योगदान के लिए आभार जताया.
जस्टिस माहेश्वरी ने कहा कि कोई भी एक अकेला व्यक्ति बेहतर नही कर सकता, इसलिए मैं हमेंशा ही मैं की जगह हम को परिभाषित करता हॅू.
जस्टिस माहेश्वरी एक सज्जन और मिलनसार जज रहे हैं: CJI
CJI डी वाई चन्द्रचूड़ ने जस्टिस दिनेश माहेश्वरी के साथ बिताये अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे इलाहाबाद हाईकोर्ट के दौरान भी जस्टिस माहेश्वरी के साथ रहे है.
सीजेआई ने कहा कि जस्टिस माहेश्वरी एक सज्जन और मिलनसार जज रहे हैं, उन्होने कहा कि मुझे लगता है कि उन्हे ये याद भी नहीं होगा कि उन्होने आखिरी बार अपना आपा कब खोया था.
जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की सेवानिवृति के बहाने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकाससिंह ने एक बार फिर जजो की सेवानिवृति आयु को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि "मैं हमेशा कहता हूं कि यह सेवानिवृत्त होने की कोई उम्र नहीं है." विकास सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इसके बावजूद यह हमारे हाथ में नहीं है.
जस्टिस दिनेश माहेश्वरी को संबोधित करते हुए विकास सिंह ने कहा कि यह आपके करियर का शिखर है, और इस वक्त अपने आधिपत्य को खोना, संस्थान के लिए एक बड़ी क्षति है.
Ceremonial bench में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और अटार्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने भी अपने संबोधन में जस्टिस दिनेश माहेश्वरी के व्यवहार और उनके कार्य के प्रति अपना आभार जताया.