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'जज के रूप में हम कोई राजकुमार नहीं है', J20 समिट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने क्यों कहा ऐसा?

जे20 समिट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ शामिल होने के लिए तीन दिवसीय ब्राजील दौरे पर है. जे20 समिट (सर्वोच्च न्यायालय और संवैधानिक न्यायालयों के प्रमुखों की मीटिंग है) इस बार ब्राजील के रियो जी जनेरियो में आयोजित हो रही है.

Written By Satyam Kumar | Updated : May 15, 2024 5:50 PM IST

J20 Summit:  जे20 समिट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ शामिल होने के लिए अभी ब्राजील दौरे पर है. जे20 समिट (सर्वोच्च न्यायालय और संवैधानिक न्यायालयों के प्रमुखों की मीटिंग है) इस बार ब्राजील के रियो जी जनेरियो में आयोजित हो रही है.

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समारोह के दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने भी वक्तव्य रखा. अपने स्पीच में सीजेआई ने भारतीय अदालतों की विकास का जिक्र किया. अपने कर्तव्यों और जवाबदेही को लेकर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, 'जज के तौर पर न तो हम कहीं के राजकुमार हैं और न ही संप्रभु हैं, जो किसी भी फैसले के स्पष्टीकरण को दरकिनार कर दें.'

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भारतीय अदालतें लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली संस्था के तौर पर प्रसिद्ध है. हम किसी सम्राज्यवादी ताकतों की तरह अपने आदेश किसी पर थोपते नहीं है. सीजेआई ने कोविड-19 के दौर का भी जिक्र करते हुए कहा, कि उस विषम समय में भारतीय अदालतों ने भी अपने आप में कई अहम बदलाव किए.

भारतीय अदालतें पेपर वर्क आगे बढ़ते हुए पेपरलेस हो गई. हमने डिजिटल तकनीको को अपनाते हुए न्याय व्यवस्था में आधुनिकता को लागू किया है. आज भारत की अदालतें किसी अपारदर्शी भौतिक संस्थान की तरह नहीं काम कर रही है. वल्कि वे वेहद पारदर्शी तरीके से चल रही है. आज के दौर में लोग अदालती कार्यवाही को इंटरनेट के माध्यम से देख सकते हैं.

E-Court, ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (OCR) के माध्यम से पेपरलेस तरीके से काम कर रही है. हमने बदलती दुनिया के साथ अपने कार्य पद्धति में भी बदलाव किया है. बता दें कि J20 सुप्रीम कोर्ट और संवैधानिक अदालतों के मुख्य न्यायाधीशों का ग्रुप है, जिसके सदस्य G-20 देश है. इस साल J20 सम्मेलन का आयोजन ब्राजीलियन फेडरल सुप्रीम कोर्ट ने किया है.

बता दें कि J20 सुप्रीम कोर्ट और संवैधानिक अदालतों के मुख्य न्यायाधीशों का ग्रुप है, जिसके सदस्य G-20 देश है. इस साल J20 सम्मेलन का आयोजन ब्राजीलियन फेडरल सुप्रीम कोर्ट ने किया है. अधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस समिट में अफ्रीकन यूनियन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, पुर्तगाल और स्पेन की सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख जस्टिस शामिल हुए हैं.