इस बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष हुए गिरफ्तार, नाबालिग कर्मचारी का किया था रेप
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एक शहर के बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष, रमेश चंद गुप्ता (Ramesh Chand Gupta) को पुलिस ने यौन उत्पीड़न (Sexual Assault) के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि बार एसोसिएशन के इस पूर्व उपाध्यक्ष पर अपनी नाबालिग कर्मचारी का बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां मेरठ बार एसोसिएशन (Meerut Bar Association) के पूर्व उपाध्यक्ष, रमेश चंद गुप्ता की बात हो रही है। कुछ दिन पहले ही 68-वर्षीय रमेश चंद गुप्ता पर उनकी 17 साल की मुंशी (Clerk) ने यह आरोप लगाया है कि रमेश चंद गुप्ता और दो अन्य लोगों ने मिलकर उसका यौन शोषण किया है।
गिरफ्तार करके जेल भेजा
इस लड़की की शिकायत के आधार पर अमेश चंद गुप्ता को मेरठ के दौराला इलाके से पुलिस ने पकड़ा और एक अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
Also Read
- Rape के आरोपी को जमानत से किया इंकार, मनुस्मृति के श्लोक का जिक्र कर कर्नाटक HC ने सुनाया यह फैसला
- कुलपति अपने CV में यौन उत्पीड़न के आरोपों को भी शामिल करें... जानें सुप्रीम कोर्ट ने क्यों सुनाया ये सख्त फैसला
- पॉक्सो मामले में कोई समझौता मान्य नहीं... पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने FIR रद्द करने से किया इंकार
बता दें कि मेरठ बार एसोसिएशन ने अपने पूर्व उपाध्यक्ष की सदस्यता भी रद्द कर दी है।
मेरठ के एसपी (SP) पीयूष कुमार ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि 27 मई को आईपीसी की धारा 363 (अपहरण) के तहत दौराला पुलिस स्टेशन में एक नाबालिग लड़की द्वारा मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद उसे पुलिस प्रोटेक्शन के साथ अदालत में पेश किया गया।
लड़की के बयान के आधार पर एफआईआर में रेप और पॉस्को अधिनियम की दो और धाराएं जोड़ी गईं।
इस केस में कुल तीन आरोपियों का नाम लिया गया है लेकिन फिलहाल सिर्फ रमेश चंद गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। जांच अभी भी जारी है और अभी यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि बाकी दोनों आरोपी भी इस मामले में शामिल हैं या नहीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए यह बताया है कि राम चंद गुप्ता कई महिलाओं के साथ अश्लील वीडियो क्लिप बना चुके हैं और पुलिस को अब तक करीब 40 महिलाओं की वीडियो क्लिप्स मिल चुकी हैं जिनमें शिकायत करने वाली नाबालिग लड़की भी शामिल है।