Advertisement

कॉलेजियम ने की 30 नामों की सिफारिश, एडवोकेट सौरभ कृपाल सहित 4 की सिफारिश को दोहराया

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 17 और 18 जनवरी को हुई कॉलेजियम की बैठक के 7 स्टेटमेंट जारी करते हुए कुल 30 नाम की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजी है.कॉलेजिमय की 18 जनवरी की बैठक में 3 हाईकोर्ट के लिए 4 अधिवक्ताओं के नाम की सिफारिश को दोहराया है.

Written By Nizam Kantaliya | Published : January 19, 2023 12:32 PM IST

नई दिल्ली: सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने एक बार फिर से दिल्ली हाईकोर्ट के लिए एडवोकेट सौरभ कृपाल के नाम की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजी है.

बुधवार को हुई कॉलेजियम की बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता सौरभ कृपाल को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के प में नियुक्त करने की अपनी नवंबर 2021 की सिफारिश को दोहराया.

Advertisement

कॉलेजियम ने कृपाल के नाम की सिफारिश को दोहराते हुए कहा है कि हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में सौरभ किरपाल की नियुक्ति का प्रस्ताव पांच साल से अधिक समय से लंबित है, जिस पर तेजी से कार्रवाई करने की आवश्यकता है.

Also Read

More News

समलैंगिक वकील सौरभ

सौरभ कृपाल भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश बी.एन. कृपाल के बेटे हैं. वर्ष 2017 में जब उनका नाम दिल्ली हाई कोर्ट कॉलेजियम द्वारा प्रस्तावित किया गया था तब वह 45 साल के थे. एडवोकेट कृपाल समलैंगिक वकील हैं और वे अपने रिश्ते को सार्वजनिक करने में सबसे आगे रहे हैं.

Advertisement

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को भी उनके नाम की सिफारिश करने में 4 साल का वक्त लगा था. पूर्व सीजेआई एन वी रमन्ना के समय में पहली बार उनका नाम  नवंबर 2021 में भेजा गया था.

कुछ दिनों बाद ही केन्द्र सरकार कृपाल के नाम की फाइल को वापस भेजते हुए अपनी आपत्ती दर्ज कराई थी. सरकार ने सौरभ कृपाल की साथी विदेशी नागरिक को लेकर आपत्ति थी जो कि एक स्विस नागरिक है. सरकार का मानना है कि सौरभ कृपाल का साथी सुरक्षा जोखिम बन सकता है.

बुधवार को हुए कॉलेजियम ने केंद्र सरकार की सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा है कि कृपाल सभी पहलुओं में हाई कोर्ट के न्यायाधीश बनने के योग्य हैं.

7 स्टेटमेंट 30 नाम की सिफारिश

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 17 और 18 जनवरी को हुई कॉलेजियम की बैठक के 7 स्टेटमेंट जारी करते हुए कुल 30 नाम की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजी है.

कॉलेजियम ने 17 जनवरी को हुए कॉलेजियम में कर्नाटक हाईकोर्ट के लिए 9 एडवोकेट, इलाहाबाद हाईकोर्ट के लिए 9 एडवोकेट और मद्रास हाईकोर्ट के लिए 5 एडवोकेट और 3 न्यायिक अधिकारियों के नाम की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजी हैं.

इनके नाम की सिफारिश

इलाहाबाद हाईकोर्ट के लिए प्रशांत कुमार, सैयद कमर हसन रिजवी, मनीष कुमार निगम, मनजीव शुक्ला, अनिश कुमार गुप्ता, नंदप्रभा शुक्ला, अरुण कुमार सिंह देशवाल, क्षितिज शैलेन्द्र और विनोद दिवाकर का नाम शामिल है.

मद्रास हाईकोर्ट के लिए न्यायिक अधिकारी कोटे से पेरियासामी वड़ामलाई? रामचन्द्रन काला मैथी, गोविंदराजन थिला कवाडी और अधिवक्ता कोटे से वेंकटचारी लक्ष्मीनारायण, लक्ष्मण चन्द्र विक्टोरिया गोवरी, पिल्ला पक्कम बी बालाजी, रामास्वामी नीलकंदन और के के रामाकृष्णन के नाम शामिल है.

कॉलेजियम द्वारा भेजी गयी सिफारिश में  कर्नाटक हाईकोर्ट के लिए अधिवक्ता विजय कुमार अडागौडा पाटिल, राजेश राय कल्लांगला और तजीली मौलासाब नदफ के नाम शामिल हैं.

तीन हाईकोर्ट के लिए 4 नाम दोहराये

कॉलेजियम द्वारा 18 जनवरी की बैठक में कोलकोता हाईकोर्ट के लिए एडवोकेट अमितेष बनर्जी और साक्या सेन के नाम की सिफारिश को दोहराया है.

इसी बैठक के स्टेटमेंट के अनुसार कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के एडवोकेट Somasekhar Sundaresan के नाम की सिफारिश को भी दोबारा भेजा है.

इसके साथ ही कॉलेजियम ने दिल्ली हाईकोर्ट के लिए एडवोकेट सौरभ कृपाल के नाम की सिफारिश को दोहराया हैं.

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजिमय ने इस तरह से 4 अधिवक्ताओं के नाम की सिफारिश को फिर से केन्द्र सरकार को भेजा है.