दिल्ली की अदालतों में 9 अप्रैल तक अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार
नई दिल्ली: दिल्ली में दिनदहाड़े अधिवक्ता वीरेंद्र नरवाल की गोली मारकर हुई हत्या की त्वरित जांच की मांग को लेकर दिल्ली की अदालतों के अधिवक्ताओं का विरोध आज भी जारी हैं.
दिल्ली बार संघो ने इस मामले में अपना विरोध जारी रखने का ऐलान करते हुए 9 अप्रैल तक न्यायिक कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है.
गौरतलब है कि अधिवक्ता नरवाल की हत्या के बाद से ही दिल्ली के विभिन्न बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं के साथ बढती अपराधिक घटनाओं को नियत्रिंत करने और इस मामले में त्वरित जांच की मांग को लेकर सोमवार से न्यायिक कार्य बहिष्कार का ऐलान किया था.
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सोमवार को दिल्ली की अधिकांश अदालतों में अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार किया. लेकिन सोमवार को ही विभिन्न बार एसोसिएशन की समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने विरोध को जारी रखने का फैसला करते हुए 9 अप्रैल तक न्यायिक कार्य का बहिष्कार का ऐलान किया.
बार संघो के अनुसार, राजधानी दिल्ली में वकीलों को आए दिन मिल रही जान से मारने की धमकियां और बढती अपराधिक घटनाओं और बार-बार अनुरोध करने के बावजूद पुलिस द्वारा सुरक्षा देने से इनकार करने की प्रवृति को देखते हुए फैसला लिया गया.
अधिवक्ता नरवाल की हत्या की त्वरित जांच की मांग को लेकर शुरू हुआ विरोध अब अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम की मांग की तरफ झुकाव बढा है.
अधिवक्ता नरवाल की 1 अप्रैल को द्वारका में बाइक सवार दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. नरवाल को 2017 में एक हमले के बाद सुरक्षा प्रदान की गई थी जिसे वर्ष 2021 में दिल्ली पुलिस ने कोई खतरा नही बताते हुए वापस ले ली थी.
अधिवक्ताओं के विरोध की अब तीन मांगे खुलकर सामने आयी है, पहली मांग अधिवक्ता विरेंद्र कुमार नरवाल के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ कर उन्हे कड़ी सजा दी जाए. दूसरी मांग कि अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार नरवाल के परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए. तीसरी मांग के अनुसार सभी अधिवक्ताओ की सुरक्षा को देखते हुए जल्द से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए.