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गणतंत्र दिवस पर regional languages में जारी होंगे Supreme Court के 1,091 फैसले

क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को जारी करने की प्रक्रिया के प्रथम चरण की शुरूआत गणतंत्र दिवस पर की जाएगी. सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ गणतंत्र दिवस पर सुप्रीम कोर्ट के 1,091 फैसले ओडिया, गारो और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में जारी करेंगे.

Written By Nizam Kantaliya | Published : January 25, 2023 7:14 AM IST

नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च अदालत के फैसलो को स्थानीय व क्षेत्रीय भाषाओं मे उपलब्ध कराने को लेकर प्रयासरत देश के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चन्द्रचूड़ ने बड़ा ऐलान किया है.

सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट के 1,091 फैसले स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाओं में जारी किए जाएंगे.

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CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि यह निर्णय स्थानीय भाषाओं में निर्णयों को सुलभ बनाने के उनके मिशन को आगे बढ़ाने के लिए लिया गया है.

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ओडिया, गारो व अन्य भाषा में

बुधवार को न्यायालय समय शुरू होने के साथ ही मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ ने अधिवक्ताओं से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उसी की ओर पहले कदम के रूप में  गणतंत्र दिवस पर पर सुप्रीम कोर्ट के 1,091 फैसले ओडिया, गारो और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में जारी किए जाएंगे.

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सीजेआई ने कहा कि "मेरे पास ई-एससीआर और 34,000 फैसलों के अलावा कुछ खबरें उपलब्ध हैं, अब हमारे पास स्थानीय भाषा में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले भी हैं, जिन्हे इसी गणतंत्र दिवस के अवसर पर जारी किया जाएगा. स्थानीय भाषा में जारी किए जाने वाले फैसलो की संख्या 1,091 है.

सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह निर्णय स्थानीय भाषाओं में निर्णयों को सुलभ बनाने के उनके मिशन को आगे बढ़ाने के लिए लिया गया है.

बार से अनुरोध

गौरतलब है कि देश की सर्वोच्च अदालत के फैसलों को अन्य क्षेत्रीय और स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराने को लेकर हाल ही में जस्टिस ए एस ओका के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस सुरज गोविंदराज के साथ ही 5 सदस्य शामिल किए गए है.

सीजेआई ने अदालत में अधिवक्ताओं से बातचीत करते हुए बार से भी अनुरोध करते हुए कहा कि हम बार के सदस्यों से आग्रह करते हैं कि उड़िया, गारो और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध इन फैसलो का वे इस्तेमाल करें.

सीजेआई ने अगले कदम की जानकारी देते हुए कहा कि पहल के अगले कदम के रूप में हिंदी, तमिल, गुजराती और ओडिया में भाषाओं में फैसलो का अनुवाद किया जाएगा.